UPTET 2017: परीक्षा वाले दिन फोटोकॉपी की दुकान तक रहेगी बंद और ये किया तो दुबारा नहीं मिलेगा एडमिट कार्ड
UPTET की परीक्षा भी दुबारा तभी दे पाएंगे जब आप इससे बच पाएंगे। परीक्षा केंद्रों के आस-पास फोटोकॉपी भी मत खोजिएगा क्योंकि कोई मिलेगा नहीं।
इलाहाबाद। UPTET 2017 में शामिल हो रहे अभ्यर्थियों के लिए एक बहुत कड़ा नियम लागू किया गया है। जिसके उल्लंघन पर अभ्यर्थी पर हमेशा के लिए बैन लगा दिया जाएगा। यानी वो कभी टीईटी की परीक्षा में नहीं शामिल नहीं हो सकेगा। आप भी उस नियम की बारीकी समझ लें। ताकि किसी समस्या का सामना ना करना पड़े। मोटी बात ये भी जान लें की परीक्षा वाले दिन परीक्षा केंद्रों के आस-पास कोई फोटोकॉपी की दुकान खुली नहीं मिलेगी क्योंकि प्रशासनिक आदेशों के चलते इन्हें बंद रखा गया है। साथ ही परिक्षार्थियों पर भी कड़ा रूल लागू होगा। UPTET की परीक्षा भी दुबारा तभी दे पाएंगे जब किसी ऐसे आरोप से मुक्त रहेंगे।
परीक्षा वाले दिन केंद्रों के आस-पास नहीं दिखेंगे फोटोकॉपी वाले
परीक्षार्थियों
के
लिए
भी
नियम
सख्त
इस
मामले
में
तो
दुबारा
कभी
नहीं
दे
पाएंगे
परीक्षा
जरूर
पढ़ें
और
जरूर
बचें
ऐसा किया तो बैन!
अभ्यर्थी अगर परीक्षा केन्द्र के अंदर नकल करता हुआ मिला या नकल सामग्री उसके पास मिली तो उस पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। मोबाइल फोन किसी भी दशा में परीक्षा हाल के अंदर नहीं ले जाया जा सकेगा। अगर मोबाइल किसी के पास मिला तो वो इस परीक्षा से तो बाहर होगा ही। दुबारा कभी टीईटी की परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगा। इसके अलावा चिट-पर्जी, चाहे वो नकल सामग्री हो या ना हो। उससे नकल में मदद मिले या ना मिले, प्रतिबंध होगा। कैलकूलेटर, कीवर्ड वाली घड़ी समेत प्रवेश पत्र पर दिए गए, बैन वस्तुओं को परीक्षा केंद्र के अंदर ले जाना मना है।
परीक्षा वाले जिलों में तैयारी पूरी
नकल रोकने के लिए जिला प्रशासन को जिम्मेदारी मिली है। जिला प्रशासन को ही नकल होने पर जिम्मेदार माना जाएगा। सबसे ज्यादा जिम्मेदारी कक्ष निरीक्षक की होगी। नकल होने पर कक्ष निरीक्षक पर विधिक कार्रवाई के लिए एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। कड़ी व्यवस्था के लिए जिला स्तर पर केन्द्र व्यवस्थापक के अतिरिक्त प्रत्येक केन्द्र में दो परीक्षा अधिकारी भी तैनात होंगे। परीक्षा केन्द्र का निरीक्षण करने के लिए कमिश्नर, डीएम, संयुक्त शिक्षा निदेशक, एसएसपी, डीआईजी समेत जिले के अन्य अधिकारी लगातार परीक्षा होने तक सचल दल की भूमिका में नजर आएंगे।
फोटोकॉपी मशीन चली तो खैर नहीं!
जिन जिलों में परीक्षा केन्द्र बने हैं। उन परीक्षा केन्द्र के आस-पास कोई भी फोटोकॉपी करने वाली मशीन चालू हालत में बैन होगी। बहुत अधिक संभव है कि पुलिस प्रशासन ऐसी दुकानों को परीक्षा के समय तक बंद करवाए। ताकि यहां से ऐसी गतिविधि ना संचालित हो सकें, जो परीक्षा को प्रभावित करे। क्योंकि राज्य स्तर की कई परीक्षा में ये आरोप लग चुके हैं कि हल प्रश्न पत्र की फोटोकॉपी परीक्षा में बांटी गई। वैसे भी नियमानुसार ये निर्देश जारी हो चुके हैं कि परीक्षा के दिन केन्द्र से आधा किलोमीटर के दायरे में सभी फोटोकॉपी की दुकानों को बंद रहना चाहिए। इन दुकानों को बंद कराने की जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस को दी गई है।
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