स्टूडेंट्स की कमी से जूझ रहे यूपी बोर्ड ने बढ़ाई तारीख, अब 6 सितंबर तक हो सकेंगे रजिस्ट्रेशन
इलाहाबाद। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में इस बार 10 लाख से अधिक छात्रों की कमी होने से बोर्ड का बड़ा फैसला आया है। 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 6 सितंबर तक बढ़ा दी गई है। यूपी बोर्ड के छात्र अब 6 सितंबर तक विलंब शुल्क के साथ शुल्क जमा कर सकेंगे। इससे पहले रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 20 अगस्त थी जिसमें 56 लाख 46 हजार छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन हुआ था।
अगेल साल फरवरी में इसकी परीक्षाएं होनी है। दरअसल अपनी बढ़ती छात्रों की संख्या से रिकॉर्ड बना रहे यूपी बोर्ड के लिए यह साल पहली बार घटोत्तरी वाला दर्ज हो रहा है जो सरकार के लिए चिंताजनक विषय है। ऐसे में स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ाने के लिए यूपी बोर्ड की ओर से आवेदन की तारीख में बदलाव किया गया है और हाईस्कूल व इंटर परीक्षा के लिए आवेदन की तारीख 6 दिसंबर तक बढ़ा दी है।
गौरतलब है कि पूर्व में हाई स्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए आवेदन की तिथि 20 अगस्त तय थी और आवेदन की अंतिम तिथि समाप्त हो चुकी है। बोर्ड द्वारा अधिकारिक आंकड़े भी जारी कर दिए गए हैं जिसके अनुसार 10 लाख से अधिक परीक्षार्थी इस बार बोर्ड की परीक्षा में कम हो गए हैं । इस संख्या को बढ़ाने के लिये बनाये गये प्लान की जानकारी देते हुये यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि बोर्ड की समय सारणी संशोधित की गई है। छात्र छात्राएं 100 रुपए का विलंब शुल्क लेकर प्रधानाचार्य के माध्यम से 6 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं। जबकि कक्षा 9 व 11 में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं के लिये भी रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 6 सितंबर तक बढ़ा दी गई है।
बोर्ड
द्वारा
उपलब्ध
कराए
गए
आंकड़े
के
अनुसार
2018
में
10वीं
व
12वीं
की
परीक्षा
में
66.39
लाख
परीक्षार्थी
पंजीकृत
हुए
थे।
जिसमें
हाईस्कूल
में
36,56,272
और
इंटर
में
29,82,996
यानि
6639268
परीक्षार्थी
पंजीकृत
थे।
जबकि
वर्ष
2017
की
परीक्षा
में
इंटर
और
हाईस्कूल
में
कुल
60
लाख
61
हजार
34
परीक्षार्थी
पंजीकृत
हुए।
चूंकि
कई
साल
से
लगातार
बोर्ड
की
परीक्षाओं
में
परीक्षार्थियों
की
संख्या
बढ़
रही
थी।
यानी
पंजीकरण
लगातार
बढ़
रहा
था।
लेकिन,
अचानक
से
इस
वर्ष
एकाएक
10
लाख
परीक्षार्थियों
की
संख्या
में
कमी
आई
है।