साइकिल से उतारे जाने के बाद समाजवादी पार्टी के चुनाव प्रचार वाहन से गायब हुए शिवपाल यादव
समाजवादी पार्टी की कमान अखिलेश यादव के हाथ में आते ही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी चुनाव प्रचार अभियान में जुट गई है।
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी की कमान अखिलेश यादव के हाथ में आते ही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी चुनाव प्रचार अभियान में जुट गई है। पर चुनाव प्रचार अभियान के लिए तैयार किए गए वाहनों पर अखिलेश के चाचा और समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव को जगह नहीं मिल पाई है। अभी तक जो तस्वीरें सामने आई हैं उनमें चुनाव प्रचार वाहन पर अखिलेश यादव के अलावा, मुलायम सिंह यादव, प्रो. रामगोपाल यादव, आजम खान, डिपंल यादव और समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम को जगह दी गई है। पर इस बार चुनाव प्रचार वाहन में शिवपाल यादव को जगह नहीं दी गई है।
इन तस्वीरों को देखकर ही समझ में आ रहा है कि इस बार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में शिवपाल यादव का चेहरा समाजवादी पार्टी सामने नहीं रखेगी। पिछले सात महीनों से अखिलेश यादव और शिवपाल से बीच चल रहे अप्रत्यक्ष राजनीतिक युद्ध को जोड़कर भी इसे देखा जा रहा है। आपको बताते चले कि पार्टी की स्वच्छ छवि को लेकर एक तरफ जहां अखिलेश ने शिवपाल यादव और उनके विश्वासपात्र मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी में मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद पार्टी से टिकट न देने और कौमी एकता दल का विलय न करने पर भी अखिलेश और शिवपाल के बीच तकरार तक हुईं। ऐसे में शिवपाल का चुनाव प्रचार वाहन में न दिखना, इस बात को साफ बताता है कि यह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अखिलेश यादव की अगुवाई और उनकी टीम की देखरेख में ही लड़ा जाएगा। बुधवार को पार्टी में एक बार फिर अखिलेश यादव ने पार्टी से निकालने गए अपने खास सदस्यों को वापस ले लिया है।
आपको बताते चले कि जिस चुनाव प्रचार वाहन में शिवपाल सिंह यादव को जगह नहीं दी गई है। उस चुनाव प्रचार वाहन में लिखा गया है कि निरंतर विकास किया है और विकास करेंगे। अखिलेश का निश्चय विकास की गारंटी। साथ ही समाज के हर वर्ग को समानता और सम्मान देने की बात लिखी गई है।