दुधमुंही बच्ची को कार में बंद कर शॉपिंग करने चले गए मां-बाप, हुआ ये हश्र
मेरठ। अक्सर कहा जाता है कि माँ-बाप अपने बच्चों की छोटी-छोटी ख़ुशियों के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं और कभी उनसे मुंह नहीं मोड़ते। मगर यूपी में मेरठ की मार्केट से एक जोड़े ने अपनी दुधमुंही बच्ची के साथ जो किया, वह कलंकित करने वाला है। यहां एक मां-बाप अपनी कार में छह महीने की बच्ची को कार के अंदर बंद करके शान से शॉपिंग करने चले गए। बच्ची का दम घुट रहा था और वह सेंट्रो कार के अंदर ही रो रही थी। जब एक राहगीर की नजर उस पर पड़ी तो उसका दिल पिघल गया।
सफेद
रंग
की
सेंट्रो
कार
के
अंदर
छोड़
दी
दुधमुंह
बच्ची
संवादसूत्रों
के
अनुसार,
मामला
मेरठ
के
नौचन्दी
थाने
के
सेंट्रल
मार्किट
का
है।
सड़क
पर
खड़ी
कार
में
एक
छह
महीने
की
मासूम
बच्ची
बंद
थी,
जो
पसीने
में
तर-बतर
थी।
रो-बिलख
रही
थी,
मानो
वह
मासूम
अपनी
मदद
के
लिए
लोगों
से
मदद
की
गुहार
लगा
रही
हो।
तभी
राह
चलते
एक
अन्य
परिवार
की
नजर
उस
पर
पड़ी
तो
हैरान
रह
गए।
उन्होंने
देखा
कि
मासूम
बच्ची
अकेले
कार
में
बंद
है
और
उसके
आस-पास
कोई
भी
परिजन
नही
है।
बच्ची
बड़ी
मासूमियत
से
उन्हें
देखकर
मदद
मांगने
लगी।
बच्ची
के
चेहरे
से
साफ
झलक
रहा
है
उसको
सास
लेने
में
तकलीफ
हो
रही
थी।
45
मिनट
तक
कोई
नहीं
आया
देखते-देखते
काफी
लोगों
की
भीड़
वहा
जमा
हो
गयी।
कुछ
महिलायें
बच्ची
के
माँ-बाप
को
ऐसी
लापरवाही
के
लिए
कोसने
लगे
तो
कुछ
उस
बच्ची
को
बाहर
निकलने
के
लिए
जदोजहद
करने
लगे।
कभी
कार
के
लॉक
खोलने
की
कोशिश
करने
लगे,
तो
कभी
ईंट
से
शीशा
तोड़ने
का
प्रयास
किया
जाने
लगा।
इस
पूरे
घटनाक्रम
में
लगभग
45
मिनट
बीत
चुके
थे।
मगर
अभी
तक
इस
मासूम
बच्ची
का
कोई
भी
परिजन
नही
आया।
इसी
बीच
पुलिस
को
सूचना
दी
गयी,
तो
मौके
पर
नौचन्दी
थाना
के
एसओ
पहुँच
गये।
बच्ची
की
हालात
ख़राब
देख
बिना
किसी
देरी
के
तुरंत
कार
का
शीशा
तोड़कर
मासूम
बच्ची
को
सकुशल
बाहर
निकाला।
उसे
डॉक्टर
पास
ले
गये,
वहीं
काफी
इंतज़ार
के
बाद
बच्ची
के
परिजन
आये
तो
भीड़
देखकर
बच्ची
की
माँ
मौके
से
भाग
गयी।
बच्ची
के
पिता
से
इस
लापरवाही
के
बारे
में
पूछा
तो
बताया
के
जिस
वक़्त
वो
बाजार
गए
उस
वक्त
बच्ची
सो
रही
थी।
इसलिए
गाड़ी
में
छोड़कर
चले
गये
थे।
उनसे
गलती
हो
गयी।
वहीं
पुलिस
ने
बच्ची
के
पिता
को
हिरासत
में
लेकर
थाने
ले
गयी।