मथुरा में धधकते अंगारों के बीच से गुजर गया एक शख्स, वीडियो
मथुरा में होलिका दहन के अंगारों के बीच से वो दौड़ते हुए निकल गए। इस घटना को देखने के लिए भारी भीड़ जमा हुई थी। आप भी देखिए।
मथुरा। उत्तर प्रदेश में मथुरा के फालैन गांव मे एक बार फिर होलिका दहन की आग के धधकते अंगारों के बीच से निकलकर बाबूलाल पंडा ने बरसों से चली आ रही परंपरा का पालन किया। इस हैरतअंगेज कारनामे को देखने के लिये देश-विदेश के हजारों लोग मौके पर मौजूद रहे।
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होली ब्रज का प्रमुख उत्सव है और इस उत्सव के ब्रज मे अलग-अलग रूप देखने को मिलते हैं। कहीं पर लठामार होली होती है तो कहीं पर कपड़ा फाड़ हुरंगा, फूलों की होली तो कहीं चरकुला नृत्य। इन्हीं सब के बीच मंगलवार तड़के फालैन गांव मे आदि काल से चली आ रही प्रथा के अनुसार, होलिका दहन के तत्काल बाद आग के शोलों के बीच से बाबूलाल पंडा ने निकलकर लोगों को दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर कर दिया।
कहा जाता है कि फालैन गांव भक्त प्रहलाद के वंशजों का गाव है। इसी कारण एक परिवार से एक व्यक्ति प्रति वर्ष अपनी इस वंशानुगत परम्परा को निभाता चला आ रहा है। तड़के शुभ मुहूर्त में पंडा जी प्रहलाद मन्दिर में जलने वाले दीपक की लौ पर अपना हाथ रखते हैं। जब उन्हें दीपक की लौ ठंडी महसूस होने लगने लगती है उसी समय वो अपने सारे कपड़े उतारकर तन पर एक मात्र अंगोछा पहनकर मन्दिर के समीप स्थित कुण्ड में स्नान कर, सीधे दौड़ते हुए तालाब से आते हैं और आठ-दस मीटर के वर्गाकार क्षेत्र में धधकती आग के बीच से सकुशल निकल जाते हैं। देखिए वीडियो-
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