ग्रेटर नोएडा: इमारत गिरने से 3 की मौत कई घायल, NDRF की टीम राहत-बचाव कार्य में जुटी
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लखनऊ। ग्रेटर नोएडा में मंगलवार रात बड़ा हादसा सामने आया है, यहां बहुमंजिला इमारत गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। राहत और बचाव के कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुला लिया गया है। साथ ही खोजी कुत्तों की मदद भी लोगों को निकालने के लिए ली जा रही है। इसके अलावा घटनास्थल को पूरी तरह से खाली कराने के लिए मलबे को दूसरी जगह पर डंप किया जा रहा है, जिससे की जल्द से जल्द लोगों को बाहर निकाला जा सके। वहीं इस हादसे में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमे से एक बिल्डर और दो लोग उसके सहयोगी हैं।
अधिकतर
मजदूर
मेरठ
रेंज
के
आईडी
राम
कुमार
ने
इस
हादसे
के
बारे
में
बताया
कि
हमारी
पहली
प्राथमिकता
यह
है
कि
हम
लोगों
को
जीवित
मलबे
से
बाहर
निकाले।
हमे
अभी
तक
दो
लोगों
के
शव
मिले
हैं।
यह
एक
निर्माणाधीन
बिल्डिंग
थ।
इसलिए
इसमे
कई
लोगों
के
फंसे
होने
की
संभावना
है।
जानकारी
के
अनुसार
बिल्डिंग
में
अधिकतर
मजदूर
ही
हैं।
24
घंटे
तक
यहां
राहत
और
बचाव
कार्य
चलेगा।
इस
बिल्डिंग
के
निर्माण
में
जो
भी
दोषी
होगा
उसे
बख्शा
नहीं
जाएगा।
लोगों
के
बचने
की
संभावना
कम
वहीं
राहत
और
बचाव
कार्य
में
जुटी
एनडीआरएफ
की
टीम
का
कहना
है
कि
हम
खोजी
कुत्तों
की
मदद
ले
रहे
हैं,
ऐसा
लगता
है
कि
बिल्डिंग
के
मलबे
में
दबे
लोगों
के
बचने
की
उम्मीद
बिल्कुल
ना
के
बराबर
है।
चूंकि
खोजी
कुत्ते
सूंघ
कर
जीवित
लोगों
तक
पहुंचंते
हैं,
लिहाजा
इनकी
मदद
से
हमें
जिंदा
बचे
लोगों
को
बचाने
में
मदद
मिल
सकती
है।
लेकिन
अभी
तक
इन
कुत्तों
से
इस
तरह
के
कोई
भी
संकेत
नहीं
मिले
हैं।
सीएम
ने
जांच
के
आदेश
दिए
इस
घटना
के
बाद
देर
रात
हादसा
स्थल
पर
केंद्रीय
मंत्री
महेश
शर्मा
पहुंचे
थे
और
उन्होंने
राहत
और
बचाव
कार्यों
का
जायजा
लिया
था।
यही
नहीं
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
ने
इस
घटना
के
बारे
में
डीजीपी
ओपी
सिंह
से
जानकारी
ली
और
घटना
के
जांच
के
आदेश
दे
दिए
हैं।
डीजीपी
ने
बताया
कि
एनडीआरएफ
की
टीम,
जिला
प्रशासन
की
टीम
और
स्थानीय
पुलिस
मौके
पर
मौजूद
है
और
राहत
और
बचाव
कार्य
में
जुटी
है।
अभी
घटना
में
कितने
लोग
मरे
हैं
और
कितने
लोग
घायल
हैं
इसकी
सही
जानकारी
हासिल
नहीं
हो
सकी
है।
नियमों
की
अनदेखी
आपको
बता
दें
कि
मंगलवार
रात
तकरीबन
9
बजे
एक
6
मंजिला
और
4
मंजिला
इमारत
अचानक
से
ढह
गई,
इस
बिल्डिंग
में
10
परिवार
रहते
थे।
घटनास्थल
पर
प्रत्यक्षदर्शियों
का
कहना
है
कि
बिल्डिंग
बेहद
जर्जर
हालत
में
थी,
जबकि
दूसरी
बिल्डिंग
का
निर्माण
कार्य
चल
रहा
था।
जानकारी
के
अनुसार
बिल्डिंग
के
निर्माण
में
नियमों
की
अनदेखी
की
गई
थी।
घटिया
सामग्री
का
इस्तेमाल
किया
गया
था।
जिस
वक्त
यह
घटना
हुई
उस
वक्त
बिल्डिंग
में
कई
मजदूर
मौजूद
थे।