इस शहर में लगेगा 90 फीट का रावण, इस बार दिखेंगे 25 फीट के उड़ते हुए 'हनुमान'
। 25 फुट के बजरंगबली इस बार के दशहरा में आकर्षण का केंद्र बने हुए है जहाँ बजरंग बली का दिव्यरूप देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई है। बेकनगंज निवासी कारीगर अशरफ उर्फ़ बबलू ने बजरंगबली को तैयार किया है जहां बजरंगबली का यह मनमोहक दृश्य हवा में बजरंगबली को देखते ही बनता है। इस बार की रामलीला में बजरंगबली गोल-गोल घूमते हुए राक्षसों का संहार करते हुए संजीवनी बूटी लेने पहुंचेंगे।
कारीगर अशरफ ने बताया कि 25 फुट के बजरंगबली को तैयार करने में 15 दिन का समय लगा है और इन्हें ठीक वैसे ही रूप में दिखाया गया है जैसे कि वह हवा में उड़ते हुए पहाड़ों के ऊपर से गुजरते हुए संजीवनी बूटी लाने राम जी के कहने पर गए थे। वहीं बजरंगबली को बनाने में लगभग 15 हज़ार रुपये का खर्च आया है। वहीं दशहरा के दिन रामलीला की सवारी के साथ बजरंगबली कानपुर की गलियों में भी भक्तों को दर्शन देंगे।
रामलीला सोसाइटी द्वारा परेड मैदान में हर वर्ष भव्य रामलीला का आयोजन किया जाता है। यहां जो रावण का पुतला दहन के लिए तैयार किया जाता है और रावण के पुतलों की अपेक्षा कहीं ज्यादा बड़ा पुतला बनाकर तैयार करते हैं। जब यह 90 फ़ीट का रावण ग्राउंड में तैयार होकर खड़ा किया जाता है तो लोगों के आकर्षण का केंद्र बन जाता है। परेड दशहरा के लिए शुक्रवार को परेड ग्राउंड में 90 फ़ीट के रावण के पुतले को अंतिम रूप देने में अलग राज्य राजस्थान से आये कारीगर सलीम खान पिछले 15 वर्षों से अपने परिवार के 15 से 16 सदस्यों के साथ परेड के मैदान में रावण का पुतला बनाते चले आ रहे हैं और इसे तैयार करने में डेढ़ महीने का समय लगता है।
सलीम ने बताया कि यह हमारा पुश्तैनी काम है। परेड दशहरा का रावण शहर में सबसे बड़ा होता है और 90 फ़ीट इसकी ऊंचाई होती है। इसको बनाने के लिए जिसमें बांस, दफ़्ती रद्दी ,पन्नी आदि मैटेरियल्स का प्रयोग किया जाता है। इस बार रावण दहन के समय छतरी घूमकर हवा में उड़ेगी और मुह से फूल झड़ेंगे, आँखों से आग छोड़ेगा, और ढाल घूमेगी।