2019 से पहले नहीं बनाया राम मंदिर, तो हम भाजपा को हराएंगे: महंत परमहंस दास
राम जन्मभूमि न्यास के पूर्व अध्यक्ष महंत परमहंस दास ने भाजपा को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है।
नई दिल्ली। यूपी के उपचुनावों में मिली हार के बाद केंद्र की मोदी सरकार लगातार 'अपनों' के निशाने पर है। पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर उन्हीं के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने हमला बोला तो अब राम जन्मभूमि न्यास के पूर्व अध्यक्ष महंत परमहंस दास ने भाजपा को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है। महंत परमहंस दास ने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान को लेकर केंद्र सरकार को चेतावनी दी है, जिसमें नकवी ने कहा था कि भाजपा 2019 का लोकसभा चुनाव हिंदुत्व या राम मंदिर के मुद्दे पर नहीं, बल्कि विकास के मुद्दे पर लड़ेगी।
महंत परमहंस दास ने मंगलवार को मुख्तार अब्बास नकवी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'अगर भाजपा 2019 में दोबारा सत्ता में आना चाहती है तो उन्हें राम मंदिर बनाना ही होगा। अगर भाजपा ने ऐसा नहीं किया तो हम एक आंदोलन छेड़ेंगे और उनकी हार सुनिश्चित करेंगे।' आपको बता दें कि महंत परमहंस दास राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख संत और श्रीराम जन्मभूमि न्यास के पूर्व अध्यक्ष हैं। राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य एस. दास ने कहा कि राम के साथ एक प्रकार से बीजेपी ने धोखाधड़ी किया, राम के नाम से पार्टी सत्ता में आई और फिर राम को भूल गई। अगर पार्टी 2019 में जीतना चाहती है तो राम मंदिर का निर्माण शुरू करे अन्यथा उनके लिए मुश्किल हो सकती है।
क्या था नकवी का बयान?
गौरतलब है कि हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान जब मुख्तार अब्बास नकवी से पूछा गया कि क्या भाजपा 2019 का लोकसभा चुनाव हिंदुत्व और राम मंदिर के मुद्दे पर लड़ेगी तो उन्होंने जवाब दिया कि लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी का मुद्दा केवल विकास होगा। नकवी ने कहा कि उपचुनावों में भाजपा को उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिले, लेकिन 2019 में पार्टी फिर से सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा नए सहयोगियों की तलाश भी करेगी।
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