हज हाउस की दीवार भगवा रंग से रंगने पर विवाद के बाद हज सचिव आरपी सिंह को पद से हटाया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हज हाउस का रंग भगवा किए जाने के मामले में हज कमेटी के सचिव आरपी सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है। इससे पहले मामले को लेकर सियासी बयानबाजी बढ़ने के बाद सूबे के हज मंत्री मोहसिन रजा ने सिंह को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। आपको बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही राज्य संपत्ति विभाग की ओर से लखनऊ स्थित हज हाउस के ऊपर भगवा रंग रंगवा दिया गया था। इस मामले को लेकर विपक्षी दलों ने राज्य सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला था। इस मामले को लेकर जब उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री मोहसिन रजा से पहले बात की गई थी तो उन्होंने कहा कि इस मामले में विवाद की आवश्यकता नहीं है। भगवा रंग ऊर्जा का प्रतीक है और चमकदार होने की वजह से इमारतों पर अच्छा लगता है। उन्होंने आगे कहा कि विपक्षी दलों के पास हमारे खिलाफ कोई बड़ा मुद्दा नहीं मिल रहा, इसलिए वो इस तरह की अप्रासंगिक बातों को तूल दे रहे हैं। उन्होंने विपक्ष के रवैये पर सवाल खड़े किए थे।
किसके आदेश पर रंग बदल गया
इस पूरे मसले पर मोहसिन रजा ने कहा कि दीवार को भगवा करने पर मीडिया से कई सवाल आए इसलिए उत्तर प्रदेश के सचिव हज समिति से स्पष्टीकरण मांगने के लिए सात सूत्री नोटिस जारी किया गया। मोहसीन ने अपने नोटिस में कहा है, 'जब एक बार पहले ही भगवा रंग से पेंट कर दिया गया था, तो किस परिस्थिति में रंग बदलने की आवश्यकता थी, और किसके आदेश पर रंग बदल गया?'
आजम खान ने कहा कि...
इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री आजम खान ने भी प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि सूबे में अगर इसी तरह चलता रहा तो एक दिन हर चीज भगवा रंग में रंगी नजर आएगी। उन्होंने कहा कि किसी दिन हम देखेंगे कि मस्जिदों को भी भगवा रंग में रंग दिया गया है, और तो और हमारे कपड़ों का रंग भी भगवा किया जा सकता है। आजम ने कहा कि हमारी पत्नियों और बच्चों को घर से निकालकर उन्हें भगवा पहनाया जा सकता है।
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद सरकारी भवनों को भगवा रंग रंगने का काम जारी है। पहले सीएम कार्यालय की दीवारों को भगवा रंग में रंगा गया, उसके बाद लखनऊ स्थित हज हाउस की बाहरी दीवारों की पुताई भी भगवा रंग में कर दी गई। केवल लखनऊ में ही नहीं प्रदेश के दूसरे इलाकों में भी कई सरकारी भवनों को भगवा रंग में रंगा गया है। इससे पहले पीलीभीत के 100 से ज्यादा प्राथमिक विद्यालय भगवा रंग में रंग दिए गए थे। कानपुर का सरकारी अस्पताल भी भगवा रंग में रंगा गया था।