जमानत मिलने के बाद गायत्री प्रजापति को फिर से भेजा गया जेल
गायत्री प्रजापति को जेल से छूटने के बाद पुलिस ने फिर से लिया हिरासत में, 14 दिनों के लिए भेजा गया न्यायिक हिरासत में।
लखनऊ। पूर्व कैबिनेट मंत्री और मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाने वाले गायत्री प्रजापति की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक तरफ जहां मंगलवार को लखनऊ की पॉस्को कोर्ट ने उन्हें गैंगरेप मामले में जमानत दी थी, तो दूसरी तरफ एक बार पुलिस को उनकी रिमांड की इजाजत मिल गई है, ऐसे में एक तरफ जहां गायत्री प्रजापति जेल को जमानत मिली तो पुलिस ने उन्हें जेल से छूटते ही रिमांड में ले लिया है।
तीन अन्य मामलों में गायत्री प्रजापति को न्यायिक हिरासत में लेने की पुलिस को इजाजत मिल गई, ऐसे में जेल से छूटते ही गायत्री प्रजापति को पुलिस ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में ले लिया और उन्हें जेल भेज दिया। गायत्री प्रजापति के खिलाफ लखनऊ के गोमती नगर औऱ गौतमपल्ली में दो अलग-अलग मामलों में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए पुलिस को रिमांड में लेने की इजाजत दी थी।
आईपीएस अमिताभ ठाकुर के खिलाफ फर्जी रेप केस में फंसाने के मामले में 2015 में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए लखनऊ की सीजेएम कोर्ट ने गायत्री प्रजापति को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर ने गायत्री प्रजापति के खिलाफ उनके पति को फर्जी गैंगरेप मामले में फंसाने के मामले में 2015 में मामला दर्ज कराया था।
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गायत्री
प्रजापति
के
खिलाफ
महिला
के
साथ
गैंगरेप
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मामला
चल
रहा
है,
जिसके
बाद
कोर्ट
ने
उनके
खिलाफ
गैरजमानती
वारंट
जारी
किया
था।
लेकिन
यूपी
में
चल
रहे
चुनाव
के
दौरान
वह
फरार
हो
गए
थे,
कुछ
दिनों
के
बाद
उन्होंने
आत्मसमर्पण
कर
दिया
था
और
उन्हें
जेल
भेज
दिया
गया
था
लेकिन
इस
मामले
में
लखनऊ
की
पॉस्को
कोर्ट
ने
सुनवाई
करते
हुए
जमानत
दे
दी
थी।