वर्दी पहनकर ही करता था सारे गलत काम, उससे पहले नहीं!
पकड़े जाने पर बाबा बनकर देने लगा प्यार पर प्रवचन- "प्यार करना गुनाह है क्या? अगर कोई मुझसे प्यार करता है तो क्या मैं उसे रोने के लिए छोड़ दूं?"
वाराणसी। काशी के ग्रामीण इलाके के लोहता थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया हैं जो पुलिस के भेष में चोरी से लेकर सीनाजोरी तक सारे गलत काम करता था। यही नहीं ये शख्स पुलिस के भेष में चोरों का भी सरदार बन बैठा था।
इसके के लिए इसने बकायदा यूनिफॉर्म और सारे गैजेट्स भी पुलिस की वर्दी वाली दुकान से खरीद लिए थे। सबसे चौकाने वाली बात ये है कि इसने अपने पुलिसिया भेष का लाभ उठाकर तीन भोलीभाली लड़कियों को भी फंसाकर शादी कर ली। और तो और उनमें से एक यूपी पुलिस में दरोगा की बेटी थी जिसे भगाकर इसने शादी की। पकड़े गए नकली पुलिस के जवान के पास से वर्दी, फर्जी डॉक्यूमेंट जिसमें आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक का पास बुक और मोटर साइकिल बरामद हुई है, जो ये बेचने के फिराक में था।
पुलिस के नाम पर फंसाता था मासूम लड़कियां
पुलिस की गिरफ्त में आया ये शख्स वाराणसी के पास जौनपुर का रहने वाला है और इसका असली नाम जयशंकर है। ये फर्जी पुलिसवाला धोखाधड़ी के कई कारोबार को एक साथ संचालित करता आ रहा था। ये बेरोजगारों को भी टारगेट करता और नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे रुपए ऐंठता। वहीं ये कई गाड़ियों के चोर गिरोह को भी संचालित करता था।
पकड़े जाने पर बांटने लगा ज्ञान
तीन लड़कियों से शादी के आरोप पर उसने कहा, "प्यार करना गुनाह है क्या? अगर कोई मुझसे प्यार करता है तो क्या मैं उसे रोने के लिए छोड़ दूं? शादी तो अंतर्रात्मा से की जाती है। जिसको जितना दिन रहना होता है, वो साथ रहता है।"
हाइवे पर करता था वसूली
एसओ श्याम शुक्ला ने बताया जयशंकर खुद को पुलिस अफसर अनिल यादव बताकर चंदौली जिले के नेशनल हाइवे पर गाड़ियों से वसूली करता था। आरोपी मिर्जापुर, भदोही, चंदौली और बनारस में चेकिंग के नाम पर गाड़ियों से वसूली करता था। वहीं अरेस्ट होने के बाद जयशंकर ने अपना गुनाह कुबूल करते हुए कहा, "दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच कोई अधिकारी नेशनल हाइवे पर नहीं होता। उस वक्त मैं वहां से गुजर रहे ट्रकों से वसूली करता था। इसने अर्दली बाजार से वर्दी सिलवाई है। इसके पास से चोरी की बाइक और फर्जी डॉक्यूमेंट्स बरामद हुए हैं।
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