सोनभद्र के गांवों में हाथी का आतंक, कई ग्रामीणों का घर टूटा तो किसी की फसल बर्बाद
पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के जंगल से ये हाथी अक्सर रास्ता बदलकर सोनभद्र की ओर आ जाते हैं और सीमावर्ती गांवों में जबरदस्त तांडव मचाते हैं।
सोनभद्र। चुनावी सरगर्मी बढ़ी हुई है। अंतिम चरण में पूर्वांचल के जिन जिलों में चुनाव होना है, उनमें सोनभद्र जिला भी शामिल है। हालांकि चुनाव से ठीक पहले यहां हाथियों का आतंक देखने को मिल रहा है। म्योरपुर वन रेंज के हरहोरी गांव में तीन दिनों से जंगली हाथी का काफी आतंक देखने को मिल रहा है। घरों की चहारदीवारी ढहाने के साथ ही ये हाथी कईयों के अनाजों को भी काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं। हाथी के आतंक से गांव वालों की रात दहशत में बीत रही है।
घरों और फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं ये हाथी
म्योरपुर कस्बे में रविवार को फिर से हाथी घुस जाने से लोग दहशत में पड़ गए। हाथी के कस्बा होते हुए बाजार में निकलने से अफरा-तफरी मच गई। धड़ाधड़ दुकानें बन्द हो गयी और लोग घरों में दुबक गये। हाथी की वजह से मुर्धवा-बीजपुर मार्ग पर जाम भी लग गया। वन और पुलिस विभाग की टीमें हाथी को भगाने का प्रयास करती रही।
पड़ोसी राज्य से आते रहते है हाथी
पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के जंगल से ये हाथी अक्सर रास्ता बदलकर सोनभद्र की ओर आ जाते हैं और सीमावर्ती गांवों में जबरदस्त तांडव मचाते हैं। जनपद के म्योरपुर ब्लाक क्षेत्र के काचन, नौडीहा, पिपरहवा, किरविल, खजुरी, परनी, पडरी, खैराही, बलिहारी, नावाटोला, सूपाचुआ गांवों में इनका ज्यादा प्रभाव नजर आता है। हालांकि किसी तरह वन विभाग के कर्मचारी इन हाथियों को खदेड़कर छत्तीसगढ़ सीमा में कर देते हैं, लेकिन कुछ समय बाद यही हाथी फिर लौट आते हैं। महीने भर में दर्जनो गांवों के सैकड़ों घरों के साथ जंगली हाथी फसलों को भी तबाह कर चुके हैं।