UP में साइलेंट वोटरों को साधने का BJP का प्लान, महिला मोर्चा हर विधानसभा में बनाएगी 'कमल सहेली क्लब'
लखनऊ, 18 सितंबर: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में महज चंद महीने ही बचे हैं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ओबीसी, एससी-एसटी और ब्राह्मण वोटरों को लुभाने के साथ ही अब ऐसे साइलेंट वोटरों तक पहुंचने का प्लान बनाया है जिसके तहत उन तक पहुंच बनाई जा सके। भाजपा के पदाधिकारियों के मुताबिक इसके लिए यूपी महिला मोर्चा को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके तहत हर विधानसभा में 500 महिलाओं का एक क्लब बनाया जाएगा जिसके कमल सहेल क्लब का नाम दिया जाएगा। इस क्लब से जुड़ने वाली महिलाओं का डाटा बीजेपी कलेक्ट करेगी और फिर इनका इस्तेमाल बूथ स्तर पर चुनाव के दौरान किया जाएगा।
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दरअसल, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में महिला मतदाताओं को विशेष क्लबों और कार्यक्रमों के साथ आकर्षित करने की योजना बनाई है। जहां पार्टी ने शहरी क्षेत्रों में महिलाओं के लिए 'किटी पार्टियों' की तर्ज पर 'कमल सहेली क्लब' शुरू करने की योजना की घोषणा की है, वहीं ग्रामीण महिलाओं के मुद्दों को सुलझाने के लिए वह 'ग्राम सभा चौपाल' करेगी। यह राज्य भर में निर्वाचन क्षेत्र के अनुसार महिला सम्मेलन की भी योजना बनायी जा रही है।
हर
विधानसभा
में
500
से
अधिक
महिलाओं
का
क्लब
बनाएगी
महिला
मोर्चा
यूपी
भाजपा
महिला
विंग
(महिला
मोर्चा)
की
प्रदेश
अध्यक्ष
गीता
शाक्य
ने
बताया
कि,
''कमल सहेली क्लब किटी पार्टी क्लबों के समान एक अवधारणा है। हम प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में 500 से अधिक महिलाओं का एक क्लब बनाएंगे। हर महीने हम उनके लिए एक कार्यक्रम आयोजित करेंगे जिसमें हम कुछ गतिविधियों की योजना बनाते हैं और विजेताओं को हमारे द्वारा सम्मानित किया जाएगा। हम अपनी महिला नेताओं को भी मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करेंगे।"
दरअसल बीजेपी की रणनीति के मुताबिक, विचार शहरी क्षेत्रों में महिलाओं को एकजुट करने और पार्टी की महिलाओं तक पहुंच बढ़ाने का है। शाक्य ने कहा कि इस कदम से पार्टी की महिला नेताओं को स्थानीय संपर्क बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
कार्यक्रम में आने वाली महिलाओं का डेटा कलेक्ट किया जाएगा
पदाधिकारी ने कहा, "हम हमारे कार्यक्रम में आने वाली सभी महिलाओं का डेटा एकत्र करेंगे। हमारी महिला मोर्चा की टीम एक कप चाय के लिए उनके घर जाएगी। इस तरह हम उनके साथ अपना संबंध बढ़ाते हैं। हमारा प्राथमिक ध्यान इन महिलाओं के बीच पार्टी की गतिविधियों और सरकार की पहल को बढ़ावा देना है। हम व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाएंगे, जिसमें हम उन्हें जोड़ते रहेंगे और अपनी गतिविधियों के बारे में जानकारी देंगे।"
ग्रामीण
मतदाताओं
के
लिए
जहां
'कमल
सहेली
क्लब'
शहरी
महिलाओं
के
लिए
है,
वहीं
ग्रामीण
महिलाओं
के
लिए
पार्टी
के
दो
अलग-अलग
कार्यक्रम
हैं।
महिला
मोर्चा
की
एक
कार्यकर्ता
ने
बताया
कि,
"सबसे पहले, हम अक्टूबर में नवरात्रि से अपनी 'ग्राम सभा चौपाल' या 'महिला चौपाल' का आयोजन करेंगे जिसमें हम ग्रामीण महिलाओं के मुद्दों को सुनेंगे। उनके मुद्दों के नोट एकत्र करने के बाद, हम स्थानीय प्रतिनिधियों को इसे हल करने के लिए सूचित करेंगे।"
कार्यकर्ता के अनुसार, जोनल स्तर पर, हम परीक्षा में अच्छे अंक लाने वाली लड़कियों को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम भी आयोजित करेंगे, यह हमारा दूसरा कार्यक्रम है। इस तरह हमने पूरे यूपी की ग्रामीण महिलाओं तक पहुंचने की योजना बनाई है। पार्टी बाद में पति-पत्नी को भी इसी तरह से लुभाने की योजना बना रही है।
महिला कार्यकर्ता ने बताया कि,
"कमल सहेली क्लब' बनाने के बाद, हम जोनल स्तर पर 'युगल मैराथन' का आयोजन करेंगे जिसमें विवाहित जोड़े भाग लेंगे। यह एक और मैराथन की तरह होगा लेकिन यह एक नई अवधारणा है जिस पर हम काम कर रहे हैं। सभी आयु वर्ग के विवाहित जोड़े इसमें भाग ले सकते हैं।''
साइलेंट
वोटरों
को
साधने
का
प्लान
यूपी
बीजेपी
के
एक
वरिष्ठ
पदाधिकारी
ने
बताया
कि
दरअसल
बिहार
चुनाव
के
बाद,
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
'साइलेट
वोटरों'
के
महत्व
के
बारे
में
भी
बताया
था।
उन्होंने
महिलाओं
को
अपने
साइलेंट
वोटरों
तक
पहुंचने
के
लिए
कार्यक्रम
बनाने
का
निर्देश
दिया
था।
यूपी
में
महिला
मतदाताओं
की
आबादी
40
प्रतिशत
से
अधिक
है,
इसलिए
उनका
महत्व
बहुत
बड़ा
है।
उज्ज्वला
योजना,
बेटी
बचाओ
बेटी
पढाओ
जैसे
अभियानों
ने
पहले
ही
हमारी
पहुंच
बढ़ा
दी
है,
अब
हमें
इन
आयोजनों
के
माध्यम
से
इसे
दूसरे
स्तर
पर
ले
जाना
है।