यूपी: उत्तर प्रदेश के इस शहर में दिखा भारत बंद का असर, कांग्रेस के इस मंत्री ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
कानपुर। विपक्षी दलों के भारत बंद का उत्तर प्रदेश के औद्योगिक शहर कानपुर में आज सवेरे के शुरूआती घंटो में खासा असर देखने को मिला। कांग्रेस के बड़े नेताओं की मौजूदगी के बीच बंद समर्थकों का जमावड़ा जिन बाजारों में लगा अनहोनी की आशंकाए उपजी और व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की वरीयता दी। उधर जिला प्रशासन और पुलिस भी कमर कसे हुए है कि अगर बंद समर्थक कानून अपने हाथो में लेने की कोशिश करते हैं तो उनसे सख्ती से निपटा जाएगा।
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राजीव शुक्ला के नेतृत्व में दिखा भारत बंद का असर
यूपीए सरकार के दो पूर्व केंद्रीय मंत्रियों राजीव शुक्ला और श्री प्रकाश जायसवाल के नेतृत्व में नवीन मार्केट में सवेरे से ही बंद समर्थक जुटने लगे थे। जिस कारण इसका असर आसपास क बाजारों पर भी पड़ा। लेकिन थोक मंडिया भी बंद देखी गई। वहीं कानपुर के सभी औद्योगिक स्थानों में बंद का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है। कानपुर जिलाधिकारी ने भारत बंद पर लोगों से अपील की है कि लोकतान्त्रिक तरीके से कोई भी अपना विरोध दर्ज करा सकता है। जिला प्रशासन कहीं कोई जोर जबरदस्ती नहीं होने देगी। अगर कोई जोर जबरदस्ती करेगा तो फिर कानून अपना रास्ता तय करेगा।
प्रशासन निपटने को है तैयार
कानपुर में लॉ एंड ऑर्डर ना बिगड़े इसके लिए पुलिस प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। एसएसपी का कहना है कि व्यापारी किसी भी प्रकार से कोई जोर जबरदस्ती ना करे साथ ही जो लोग भारत बंद को सफल बनाने में लगे हुए हैं वो कानून अपने हाथ में ना ले। अगर कोई जबरदस्ती दुकाने बंद कराने का प्रयास या रोड जाम करने का प्रयास करता है तो उसपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पूरे कानपुर नगर में हर जगह पर पुलिस फोर्स तैनात की गयी है।
भारत बंद को है 21 पार्टियों का समर्थन
र्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला का कहना है कि भारत बंद में 21 विपक्षी पार्टियों का समर्थन मिला हुआ है। 2014 में मोदी जी ने कहा था कि हम पेट्रोल 40 रुपए में और डीजल 30 रुपए में बेचेंगे लेकिन पेट्रोल अब 80 के पार चला गया है, महंगाई अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। मोदी सरकार में अर्थ व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है।