बीयर की दुकान को ही पुलिस ने बनाया जेल, दुकानदार को बनाया कैदी
यहां पीने-पिलाने का दौर लंबे वक्त से चलता आ रहा था, जिस तरह यहां रोज मैखाना सजता था शायद ही किसी ने सोचा होगा कि एक दिन पुलिस आकर लाइसेंस मांग लेगी।
गाजीपुर। गाजीपुर में पुलिस का एक हैरत अंगेज कारनाम सामने आया है। कोतवाली थाना क्षेत्र के छावनी लाइन इलाके की बीयर शॉप में विक्रेता को कोतवाली पुलिस ने उसी की दुकान में बंद कर दिया, लगभग 3-4 घंटे बंद रहे दुकानदार ने बताया कि कोतवाल साहब उसे बंद करके चले गए हैं। हालांकि गाजीपुर पुलिस इस पर कुछ भी कहने से बच रही है लेकिन ऑफ द कैमरा बताया गया है कि बीयर पीने के नाम पर वहां अवांछनीय तत्वों की भीड़ लग जा रही थी और दुकानदार वहीं सामने ही बैठाकर सबको पिला रहा था।
अक्सर होता था जमावड़ा
कोतवाली पुलिस ने यहां आकर कार्रवाई की क्योंकि जिस तरह से यहां पीना-पिलाना हो रहा था, उस पर कई लोगों ने शिकायत की थी। फिलहाल मीडिया के सक्रिय होने के बाद आबकारी विभाग व स्थानीय नेताओं के दबाव में कुछ देर बाद दुकान का ताला खोल कर सेल्समैन को आजाद कर दिया गया है, लेकिन कोतवाली पुलिस के इस अजीबोगरीब कारनामे की चर्चा खूब हो रही है। दरअसल आबकारी विभाग बीयर शॉप के लिए लाइसेंस जारी करती है लेकिन स्थानीय पुलिस अपने अंडर में यूपी के कई जिलों में ऐसे ही बीयर शॉप में बैठकर पीने और पिलाने का दौर चलवाती है।
सरेआम होती थी बदतमीजी
सूत्रों की माने तो इसके लिए बकायदा स्थानीय पुलिस को ऐसे दुकानदार अच्छी खासी मोटी रकम भी अंडर टेबल देते हैं। वहीं विधानसभा चुनाव के बाद योगी सरकार से ऐसे दुकानों और सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों के खिलाफ कठोर कर्रवाई के निर्देश जारी हैं। शुरुआत के दिनों में तो पूरे यूपी में इन स्थानों पर छापेमारी का सिलसिला चलता रहा लेकिन फिर ठंडे बस्ते में चला गया।
दुकान मालिक को बनाया बंधक
शायद इसी कर्रवाई के लिए गाजीपुर के कोतवाली थाना इंचार्ज आरके सिंह ने दुकान में दबिश तो दी लेकिन वहां कोई ग्राहक नहीं मिला तो दुकानदार को ही मुल्जिम मानते हैं, दुकान में लगे सलाखों के पीछे बंद कर दिया।
Read more: VIDEO UP Civic Polls 2017: सोती पुलिस को देखकर क्या पता जाग जाए मतदाता!