यूपी के देवरिया में मुजफ्फरपुर जैसा कांड, बालिका गृह से छुड़ाई गईं 24 लड़कियां
लखनऊ। बिहार के बाद उत्तर प्रदेश में शेल्टर होम के भीतर लड़कियों के साथ देह व्यापार का मामला सामने आया है। पुलिस की छापेमारी में यह बात सामने आई है कि देवरिया में शेल्टर होम चलाया जा रहा था, जहां लड़कियों से जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था। यह मामला उस वक्त सामने आया जब रविवार शाम को शेल्टर होम से एक लड़की भागने में सफल हुई और उसने शेल्टर होम में चल रहे देह व्यापार की जानकारी दी। मामला सामने आने का बाद हड़कंप मच गया।
कुल 42 लड़कियों का नाम दर्ज
घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने यहां छापेमारी की, जहां कुल 42 लड़कियों में से 18 लड़कियां गायब मिली। जिसके बाद यहां से 24 लड़कियों को छुड़ा लिया गया और शेल्टर होम की संचालिका और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय ने बताया कि मां विंध्यवासिनी महिला एवं बालिका संरक्षण गृह नाम की एनजीओ यहां शेल्टर होम चलाती थी, जहां कुल 42 लड़कियों के नाम दर्ज थे। लेकिन छापेमारी के दौरान हमे सिर्फ 24 लड़कियां ही मौके पर मिली। पुलिस ने बताया कि उसे काफी लंबे समय से शेल्टर होम के खिलाफ शिकायत मिल रही थी।
शेल्टर होम से भागी बच्ची ने खोली पोल
शेल्टर होम में लगातार मिल रही अनियमितता की शिकायत के बाद इसकी मान्यता को पिछले वर्ष जून माह में समाप्त कर दिया गया था। लेकिन इसके बाद इसकी संचालिका ने हाईकोर्ट से स्थगन आदेश लेकर इसे चला रही थीं। एसपी ने बताया कि बिहार के बेतिया जिले की 10 साल की बच्ची देर शाम को जब संरक्षण गृह से निकल पुलिस थाने पहुंची तो उसने शेल्टर होम के भीतर चल रही अनियमितता की जानकारी दी।
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पुलिस ने दर्ज किया मामला
बच्ची ने बताया कि शेल्टर होम में सफेद और काले रंग की कारों में लोग आते थे और मैडम के साथ लड़कियां लेकर जाते थे, वो देर रात रोते हुए लौटा करती थीं। बच्ची ने बताया कि संरक्षण गृह में कई गलत काम हो रहे हैं। एसपी ने बताया कि शेल्टर होम में छापेमारी की गई, जहां अलग-अलग उम्र की कुल 42 लड़कियों का नाम दर्ज था, लेकिन छापेमारी के दौरान सिर्फ 24 लड़कियां ही मिली, जिने वहां से छुड़ा लिया गया। साथ ही संचालिका और उसके पति के खिलाफ मानव तस्करी, देह व्यापार और बाल श्रम से जुड़ी तमाम धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
One of the girls escaped from the shelter home, came to us & said they are treated like servants. She also said that cars come to pick girls above 15 years old & the girls come crying the next day. Investigation is underway: Superintendent of Police Rohan P Kanay pic.twitter.com/nJyjpl0mxz
— ANI UP (@ANINewsUP) August 5, 2018
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