अपने हाथों से खाना खिलाकर आई थी पत्नी, दो घंटे बाद आई जवान के मौत की खबर
शाहजहांपुर। शिमला में तैनात सेना के जवान की बीमारी के चलते मौत हो गई। मौत की सूचना परिजनों को दी गई। सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। शनिवार को जवान का शव उसके पैतृक गांव पहुंचा। जहां सैन्य सम्मान के साथ जवान का अंतिम विदाई दी गई। जवान की अंतिम विदाई के वक्त गांव में भारी भीड़ मौजूद रही। वही बीजेपी विधायक ने जवान के सम्मान में स्मृति द्वार बनाने की घोषणा की है।
2015 में हुआ था फौज में भर्ती
शाहजहांपुर के सिंधौली थाना क्षेत्र के कटौल गांव निवासी विरेंद्र सिंह का बेटा सुबेंदर सिंह (26) सन् 2015 में फौज में भर्ती हुआ था। सुबेंदर सिंह राजपूत 'बी' बटालियन में शिमला में तैनात था। जवान सबेंदर सिंह की शादी 1 मई 2018 को खुश्बू से हुई थी। खुश्बू की मानें तो 15 दिन पहले उसके पति सुबेंदर सिंह ने फोन करके उसे बताया था कि उसे बुखार हो गया, जिस वजह से उसे बहुत कमजोरी हो गई है। धीरे-धीरे बुखार बड़ता गया। जिससे वह अपनी डयुटी भी नहीं कर पा रहे थे। पति सुबेंदर को शिमला के आर्मी हास्पिटल में भर्ती कराकर उनकी जांचे कराई गई। लेकिन जांच मे कुछ भी नहीं निकला।
काफी समय से था बीमार
सुबेंद्र सिंह की हालत खराब होने पर आर्मी अफसरों ने उन्हे चंडीगढ़ के कमाण्ड अस्पताल मे भर्ती कराया। लेकिन वहां भी उनको कोई फायदा नहीं हुआ। खुश्बू ने बताया कि उनकी बीमारी के चलते वह अपने देवर पितांबर के साथ मंगलवार को पति को देखने चंडीगढ़ पहुंच गई। अपने हाथों से खाना भी खिलाया, लेकिन गुरूवार को जब वह उनके पास से वापस अपने घर पहुंची तो दो घंटे बाद ही उनकी मौत की सूचना घर आ गई। जिसके बाद परिवार का रो रोकर बुरा हाल है।
जवान के सम्मान में बनेगा स्मृति द्वार
शनिवार की सुबह सैना के जवान सुबेंद्र सिंह का शव उनके पैतृक गांव पहुंचा। शव के अंतिम दर्शन करने के लिए गांव व आसपास के इलाकों से भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। जवान का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। जिस वक्त शहीद सैनिक का शव गांव पहुंचा उस वक्त वहां पर मोजूद सभी लोगों की आंखे नम हो गई। वही, क्षेत्रिए बीजेपी विधायक रोशनलाल वर्मा भी अंतिम संस्कार मे पहुंचे। उन्होंने कहा कि जवान के सम्मान के साथ उनके नाम से एक स्मृति द्वार बनवाया जाएगा।