टीआरएस ने संसद में जनता के मुद्दों के लिए और समय मांगा, कहा- विपक्ष को अपनी बात रखने का मिले मौका
केशव राव ने कहा कि भाजपा ने संसद सत्र को महज एक रस्म बना दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को लोगों के मुद्दों या राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर चर्चा करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। देश में लोकतांत्रिक शासन गायब है।
तेलंगाना राष्ट्र समिति (भारत राष्ट्र समिति) ने मंगलवार को विभिन्न लोगों के मुद्दों पर चर्चा के लिए आगामी संसद सत्र के दौरान कम से कम 50 प्रतिशत समय आवंटित करने की मांग की। टीआरएस ने कहा कि जनहित के लिए जरूरी विधेयकों पर राज्यसभा में विस्तृत चर्चा होनी चाहिए और इसके लिए समय की कमी आड़े नहीं आनी चाहिए। पार्टी ने केंद्र पर संसद के 15 दिवसीय सत्र के दौरान लगभग 25 विधेयकों और अन्य आधिकारिक कार्यों को लेकर विपक्षी दलों के मुद्दों को उठाने से रोकने का आरोप लगाया।
भाजपा ने संसद सत्र को रस्म बना डालाः केशव राव
दिल्ली में संसद भवन में मंगलवार को हुई सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए भारत राष्ट्र समिति संसदीय दल के नेता के केशव राव ने कहा कि भाजपा ने संसद सत्र को महज एक रस्म बना दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को लोगों के मुद्दों या राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर चर्चा करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। देश में लोकतांत्रिक शासन गायब है। रॉय ने इस बात पर चिंता जताई कि कई सारे विधेयकों पर लोकसभा में विस्तार से चर्चा होती है लेकिन राज्यसभा में उन्हें जल्दबाजी में पारित कर दिया जाता है।
केंद्र पर संघीय भावना का पालन न करने का आरोप
भाजपा सरकार संघीय भावना का पालन नहीं कर रही है। विपक्षी शासित राज्यों को निशाना बनाने के लिए जहां केंद्रीय एजेंसियों को गाली दी जा रही है, वहीं गैर-हिंदी भाषी राज्यों पर हिंदी थोपने की कोशिश की जा रही है। राज्यों को फंड और परियोजनाओं के आवंटन में प्राथमिकता पाने के लिए बीजेपी की लाइन पर चलने के लिए मजबूर किया जा रहा है। केशव राव ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कहा कि केंद्र, घरेलू कोयले तक पहुंच बनाने के लिए राज्यों से कोयला आयात करने पर जोर दे रहा है।
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