जम्मू-कश्मीर के लोगों को दरकिनार करने का समय खत्म, यहां शुरू हुए विकास के युग को कोई नहीं रोक सकता- अमित शाह
श्रीनगर, 24 अक्टूबर। भारी सुरक्षा के बीच गृह मंत्री अमित शाह रविवार को जम्मू पहुंचे और वहां आईआईटी जम्मू के नए कैंपस का उद्घाटन किया। बता दें कि अगस्त 2019 में आर्टिकल 370 के हटने के बाद शाह का यह पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है। अधिकारियों ने बताया कि आईआईटी जम्मू का नया परिसर 210 करोड़ की लागत से बनाया गया है। इसमें छात्रों के लिए हर प्रकार की सुविधाएं हैं।

शांति भंग करने वालों को सफल नहीं होने देंगे
इसके बाद अमित शाह ने भगवती नगर क्षेत्र में एक रैली को संबोधित किया। अपने संबोधन में शाह ने कहा- जम्मू-कश्मीर में शुरू हुए विकास के युग को कोई नहीं रोक सकता। यह मंदिरों की भूमि है, माता वैष्णो देवी की, प्रेम नाथ डोगरा की, श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान की। हम जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने वालों को सफल नहीं होने देंगे।
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जम्मू-कश्मीर के लोगों को दरकिनार करने का समय खत्म
शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को दरकिनार करने का समय अब खत्म हो गया है। जम्मू और कश्मीर दोनों को एक साथ विकसित किया जाएगा। इन विकास कार्यों में कोई भी बाधा उत्पन्न नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि यदि युवा इस विकास में शामिल हो जाएं तो आतंकवादी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सकते। गृह मंत्री ने आगे कहा जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए पहले ही 12000 करोड़ रुपए निवेश किया जा चुके हैं, 2022 के अंत तक हमारा लक्ष्य 51,000 करोड़ रुपए के निवेश का है। हमारा उद्देश्य है कि सामान्य नागरिक को हानि पहुंचाए बिना जम्मू-कश्मीर से आतंकवादियों को खदेड़ा जाए।
इस अवसर पर अमित शाह के साथ केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और धर्मेंद्र प्रधान और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा भी थे। अमित शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिन के दौरे पर हैं। आज अमित शाह कई अन्य कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे, जिसमें 'संयुक्त दोहरी डिग्री कार्यक्रम' और संयुक्त प्रबंधन विकास कार्यक्रम का शुभारंभ भी शामिल है।
सैनिकों और नागरिकों के परिवारों से मिले शाह
इसके बाद शाह भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों और विधायकों से भी मुलाकात करेंगे। वह आज जम्मू में गुरुद्वारा डिगियाना भी जाएंगे। अपनी यात्रा के पहले दिन शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों में मारे गए सैनिकों और नागरिकों के परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने श्रीनगर में एक सुरक्षा समीक्षा बैठक भी की, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर के युवा क्लब के सदस्यों के साथ एक संवाद सत्र आयोजित किया गया, जहां उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर का राज्य का दर्जा निर्वाचन क्षेत्रों और विधानसभा चुनावों के परिसीमन के बाद बहाल किया जाएगा। बाद में शाम को, शाह ने शेख उल-आलम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से श्रीनगर से शारजाह के लिए पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं को हरी झंडी दिखाई।