
FIFA World Cup: फुटबॉलरों की पत्नियां भी हो गयीं बोर! कोई जम्हाई ले रहा था, कोई नाखून कुतर रहा था
विश्वकप फुटबॉल प्रतियोगिता में इंग्लैंड और अमेरिका के बीच मैच इतना नीरस था कि खिलाड़ियों की पत्नियां भी ऊबने लगीं थीं। ईरान के खिलाफ धमाकेदार प्रदर्शन करने वाला इंग्लैंड अमेरिका के खिलाफ बिल्कुल बिखरा हुआ नजर आया। इंग्लैंड के गोलकीपर जॉर्डन पिकफोर्ड की पत्नी मेगन डेविसन अपने पति के उत्साहवर्धन के लिए कतर में हैं। वे भी अपनी टीम का खेल देख कर निराश थीं। वे पिकफोर्ड की नाम लिखी जर्सी पहन कर दर्शकदीर्घा में बैठी थीं। मेगन और पिकफोर्ड एक दूसरे को तब से जानते हैं जब वे स्कूल में साथ पढ़ते थे। 2020 में दोनों ने शादी की थी। पिकफोर्ड और मेगन के रिश्ते की खास बात ये है कि पहले उन्हें संतान हुई फिर उन्होंने शादी की। मेगन ने 2019 में पुत्र आरलो को जन्म दिया था। वे 14 साल से एक दूसरे के साथ हैं। मेगन अपने पति का हर मैच देखने स्टेडियम जाती हैं चाहे वे कहीं भी आयोजित हों।
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कोई जम्हाई ले रहा था, कोई नाखून कुतर रहा था
फुटबॉल के मैच में अगर कोई दर्शक जम्हाई लेता दिखे तो समझा जा सकता है मुकाबला कितना बोझिल था। यह जम्हाई कोई और नहीं बल्कि इंग्लैंड के खिलाड़ी एरॉन रैम्सडेल की महिला मित्र जॉर्जिना इरविन ले रही थीं। एरॉन रैम्सडेल इंगलिश टीम के दूसरे गोलकीपर हैं जो स्थानापन्न की भूमिका निभाते हैं। इतना ही नहीं इंग्लैंड के राइट बैक केली वाकर की पत्नी एनी किलनर मैच के दौरान इतनी नर्वस दिखीं कि वे नाखून कुतरन लगीं। इंग्लैंड टीम के खिलाड़ी और उनके परिजन कतर के एक आलिशान क्रूज पर ठहरे हुए हैं। पानी का यह विशालकाय 21 मंजिला जहाज दोहा के समुद्र तट पर लंगर डाले हुए हैं। इंग्लैंड के खिलाड़ियों की पत्नियां और महिला मित्र नियमित रूप से मैच देखने आती हैं।
विश्वकप में अमेरिका को हराने का सपना पूरा नहीं
विश्वकप फुटबॉल प्रतियोगिता में इंग्लैंड आज तक अमेरिका पर विजय प्राप्त नहीं कर पाया है। हालांकि अन्य मैचों में इंग्लैंड, अमेरिका को 8 बार हरा चुका है। लेकिन विश्वकप में अमेरिका ही उस पर भारी है। इंग्लैंड एक बार का विश्वविजेता है। रैंकिंग में वह अमेरिका से बहुत आगे है। फिर भी वह वर्ल्डकप में अमेरिका का नहीं हरा पाया है। 1950 के विश्वकप में अमेरिका ने इंग्लैंड को 1-0 से हरा कर एक बड़ा उलटफेर किया था। फिर 2010 के विश्वकप में दोनों के बीच 1-1 से मुकाबला बराबर रहा था। अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में इंग्लैंड और अमेरिका भले पक्के दोस्त हैं लेकिन फुटबॉल के मैदान पर दोनों के बीच जबर्दस्त जंग होती है। इस लिहाज से कतर विश्वकप का मैच इंग्लैंड के लिए बहुत अहम था। लेकिन वह अमेरिका को हराने का सपना पूरा नहीं कर पाया। इंग्लैंड के प्रशंसकों के लिए यह मायूस करने वाला नतीजा था। इसकी वजह से मेगन पिकफोर्ड भी निराश नजर आयीं।
स्टार खिलाड़ियों के प्रदर्शन से निराशा
इंग्लैंड के कप्तान और स्टार स्ट्राइकर हैरी केन वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाये जैसा कि उन्होंने ईरान के खिलाफ किया था। इंग्लैंड को उनसे बहुत उम्मीदें थीं। हो भी क्यों नहीं ? केन को 2018 के विश्वकप में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए गोल्डन बूट पुरस्कार मिला था। उन्होंने 6 मैचों में 6 गोल किये थे। पिछले विश्वकप में इंग्लैंड चौथे स्थान पर रहा था। 2022 के विश्वकप में इंग्लैंड ने ईरान को 6-2 से हरा कर बेहतरीन शुरुआत की थी। इन 6 गोलों में दो गोल केन के सहयोग से हुए थे। रहीम स्टर्लिंग और बुकायो साका ने उनके पास पर ही गोल किये थे। लेकिन अमेरिका के खिलाफ उनका जादू नहीं चल पाया। हैरी केन टखने की चोट से परेशान हैं। इसकी वजह से वह पहले जैसी तेजी नहीं दिखा सके। इसके अलावा ईरान के खिलाफ गोल करने वाले रहीम स्टर्लिंग, जूड वेलिंघम, बुकायो साका भी अमेरिका के खिलाफ कुछ नहीं कर पाये।
अब वेल्स के खिलाफ इंग्लैंड को जीतना होगा
इंग्लैंड फिलहाल चार अंक लेकर ग्रुप बी में शीर्ष पर है। ईरान तीन अंक लेकर दूसरे स्थान पर और अमेरिका दो अंक के साथ तीसरे स्थान पर है। 30 नवम्बर को इंग्लैंड का मुकाबला वेल्स से है। वेल्स 64 साल में पहली बार विश्वकप फुटबॉल खेल रहा है। वेल्स छह दशक बाद विश्वकप खेल रहा है। इसके पहले उसने 1958 के वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया था। अब इंग्लैंड के लिए जरूरी है कि वह वेल्स के खिलाफ जीत हासिल करे तभी उसके अंतिम 16 में जाने की संभावना बनेगी। अमेरिका और वेल्स का मैच 1-1 से ड्रा रहा था जब कि ईरान ने वेल्स को 2-0 से हरा दिया था।