पूरी होगी फैंस की मुराद... अब एक टीम से खेलेंगे Virat Kohli और Babar Azam!
पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) की गिनती दुनिया के महान खिलाड़ियों में की जाती है। दुनियाभर में कोहली की फैन फॉलोइंग देखते ही बनती है।
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) की गिनती दुनिया के महान खिलाड़ियों में की जाती है। दुनियाभर में कोहली की फैन फॉलोइंग देखते ही बनती है। अब धीरे-धीरे पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम (Babar Azam) का नाम भी इसी श्रेणी में जुड़ता जा रहा है। विराट की तरह अब बाबर वर्ल्ड क्रिकेट की नई रन मशीन बन चुके हैं। क्रिकेट के कई जानकार तो बाबर आजम की बल्लेबाजी की तुलना विराट कोहली तक से करने लगे हैं। खैर सोचिए, अगर ये दोनों खिलाड़ी एक ही टीम से खेलते तो क्या होता। वैसे फैंस की ये मुराद भी जल्दी से पूरी होन सकती है। दरअसल, अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ी अगले साल एक ही टीम से खेलते नजर आएंगे।
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एफ्रो-एशिया कप की तैयारी
फोर्ब्स डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ी जून-जुलाई 2023 में टी20 फॉर्मेट में वापसी करने वाले एफ्रो-एशिया कप के साथ एक ही टीम की ओर से खेल सकते हैं। हालांकि, अभी तक इसकी पुष्ठि नहीं हुई है। फिलहाल इसको लेकर BCCI सचिव जय शाह, अफ्रीकी क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सुमोद दामोदर और विकास समिति के एसीसी अध्यक्ष महिंदा वल्लीपुरम के बीच इस टूर्नामेंट को लेकर चर्चा चल रही है। वल्लीपुरम आईसीसी बोर्ड में एसोसिएट सदस्य निदेशक भी है।
सामने आया ACC कमर्शियल का बयान
एसीसी के कमर्शियल हेड प्रभाकरण थानराज ने अपने बयान में कहा, "हमें अभी तक बोर्ड से पुष्टि नहीं मिली है। हम अभी भी श्वेत पत्र पर काम कर रहे हैं और इसे दोनों बोर्ड को सौंप दिया जाएगा, लेकिन हमारी योजना भारत और पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के लिए एशियाई एकादश में खेलने की है। एक बार योजनाओं को अंतिम रूप दिया गया है हम प्रायोजन और एक प्रसारक के लिए बाजार में जाएंगे। यह एक बड़ा टूर्नामेंट होगा।" उन्होंने आगे कहा, ''मैं पुल बनाने और खिलाड़ियों को एक साथ खेलने की अनुमति देने का अवसर देखना पसंद करूंगा। मुझे यकीन है कि खिलाड़ी चाहते हैं कि ऐसा हो और राजनीति को इससे दूर रखें। पाक खिलाड़ियों को देखना एक खूबसूरत बात होगी।"
2007 में भी खेला गया था टूर्नामेंट
2007 में भी एफ्रो-एशिया कप का आयोजन किया गया था। उस समय एशिया-11 में महेंद्र सिंह धोनी, शाहिद अफरीदी, सनथ जयसूर्या, सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह मोहम्मद आसिफ आदि कई बड़े खिलाड़ी खेले थे। एशियाई टीम की कप्तानी महेला जयवर्धने और अफ्रीकी-11 की कमान जस्टिन कैंप ने संभाली थी। तीन मैचों की सीरीज में एशिया-11 ने अफ्रीका-11 को 3-0 से हराया था। 3 मैचों में 72.33 की शानदार औसत से 217 रन बनाने वाले महेला जयवर्धने को प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड मिला था।