MI vs CSK: मुंबई ने नहीं बल्कि इस नियम ने हिलाई चेन्नई की दुनिया, पावरप्ले में आधी टीम लौटी
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन का 59वां मैच वानखेड़े के मैदान पर खेला जा रहा है, जहां पर प्लेऑफ की रेस में बने रहने के लिये चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का सामना मुंबई इंडियंस से हो रहा है। प्लेऑफ की रेस से पहले ही बाहर हो चुकी मुंबई इंडियंस की टीम जीत के साथ अपने सफर को समाप्त करना चाह रही है तो वहीं पर सीएसके की टीम अपनी उम्मीदों को जिंदा रखने के लिये उतरी है। वानखेड़े पर खेले जा रहे इस मैच में मुंबई इंडियंस की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और शानदार गेंदबाजी करते हुए पावरप्ले के अंदर चेन्नई की आधी टीम को पवेलियन भेज दिया।
हालांकि चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के लिये यहां पर मुंबई इंडियंस के गेंदबाजों से ज्यादा आईपीएल का वो नियम विलेन बना जिसके चलते विकेटों की झड़ी लगना शुरू हो गई। दरअसल जब टॉस होने वाला था तभी वानखेड़े स्टेडियम में लगी एक फ्लड लाइट बंद हो गई थी जिसके चलते टॉस करने में भी देरी का सामना करना पड़ा।
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पहले 2 ओवर में उपलब्ध नहीं था डीआरएस
फ्लड लाइट ठीक होने के बाद टॉस हुआ लेकिन उसे पूरी तरह से जलने में थोड़ा समय लगता है जिसकी वजह से पहले 2 ओवर के दौरान डीआरएस उपलब्ध नहीं था। यह जानकारी पहले ओवर के दौरान ही खिलाड़ियों और अंपायर को दी गई थी लेकिन इसके बाद जिस तरह से चीजें घटी उससे सीएसके के फैन्स और उसका खेमा बिल्कुल खुश नजर नहीं आया।
कॉन्वे हुए खराब डिसीजन का शिकार
दरअसल डैनियल सैम्स के पहले ओवर की दूसरी ही गेंद पर डेवोन कॉन्वे एलबीडब्लयू करार दिये गये और डीआरएस नहीं होने की वजह से वो अंपायर के फैसले को चुनौती भी नहीं दे सकते थे। हालांकि कॉमेंट्री कर रहे आकाश चोपड़ा समेत सभी क्रिकेट एक्सपर्टस का यही मानना था कि यह गेंद तीसरे स्टंप को छोड़ती हुई जा सकती थी और अगर डीआरएस उपलब्ध होता तो वो बच जाते। ऐसे में अगर डीआरएस उपलब्ध नहीं था तो क्या अंपायर को ज्यादा संभल कर अपना निर्णय नहीं देना चाहिये था। वहीं पर मोइन अली भी इसी ओवर में एक आसान सा कैच थमाकर वापस लौटे।
उथप्पा को भी नहीं मिला डीआरएस लेने का मौका
अगले ओवर में जब जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी करने आये तो उन्होंने अपनी चौथी गेंद पर रॉबिन उथप्पा को एलबीडब्ल्यू कर वापस पवेलियन भेजा। चेन्नई सुपर किंग्स के पास इस विकेट के लिये भी डीआरएस उपलब्ध नहीं था जिसके चलते उथप्पा को वापस पवेलियन जाना पड़ा। कॉन्वे के विकेट के मुकाबले यह गेंद ज्यादा विकेट के सामने नजर आ रही थी, हालांकि ऊंचाई के चलते यह डिसिजन 50-50 नजर आया। इतना ही नहीं जब मुंबई इंडियंस की टीम बल्लेबाजी करने आयेगी तो उसे पहले ही ओवर से डीआरएस का फायदा मिलेगा। इसके चलते इरफान पठान और आकाश चोपड़ा ने नियम पर सवाल खड़े किये।
पावरप्ले में खो दिये 5 विकेट
गौरतलब है कि सीएसके की टीम शुरुआती झटकों से उबरने में नाकाम रही और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पांचवे ही ओवर में बल्लेबाजी के लिये आना पड़ा। साल 2020 से यह महज तीसरी बार है जब धोनी पावरप्ले में बल्लेबाजी करने उतरे और तीनों ही बार यह मौका मुंबई इंडियंस के सामने आया। आपको बता दें कि सीएसके की टीम को खराब किस्मत और मुंबई इंडियंस की अच्छी गेंदबाजी के चलते काफी बेकार आगाज रहा और उसने महज 29 रन के स्कोर पर 5 विकेट खो दिये। इसके चलते सीएसके की टीम ने पावरप्ले के अंदर 32 रन देकर 5 विकेट खो दिये।