IND vs SA : टेस्ट सीरीज में फ्लाॅप हुए 3 भारतीय बल्लेबाज, हर पारी में रहा ऐसा प्रदर्शन
स्पोर्ट्स डेस्क (नोएडा) : साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दाैरान भारतीय टीम के नामी बल्लेबाज उस औसत का प्रदर्शन नहीं कर पाए, जिसकी फैंस को उम्मीद थी। भारतीय टीम ने पहले टेस्ट में 113 रनों से जीत दर्ज की, जिसमें केएल राहुल का पहली पारी में 123 रनों का स्कोर रहा। हालांकि दूसरे मैच में कोई भारतीय बल्लेबाज शतक नहीं लगा सका, जिस कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा। जिन खिलाड़ियों के लिए यह सीरीज करो या मरो स्थिति जैसी थी, वह भी मुश्किल समय साथ ना देते दिखे। हम उन तीन बल्लेबाजों के बारे में जिक्र करेंगे जो फ्लाॅप साबित हुए-
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1. मयंक अग्रवाल
रोहित शर्मा चोटिल होने के कारण इस सीरीज से बाहर हो गए थे, लेकिन उनकी जगह मयंक अग्रवाल को ओपनिंग करने का माैका मिल गया। हालांकि अग्रवाल का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। अगर पहले मैच में पहली पारी में निकली 60 रनों की पारी को छोड़ें तो वह फ्लाॅप साबित हुए। मयंक ने 3 मैचों की 6 पारियों में 60, 4, 26, 23, 15, 7 का स्कोर किया। यानी कि वह सिर्फ 1 अर्धशतक की मदद से 6 पारियों में कुल 135 रन बनाए। मयंक के लिए चुनाैती यह रही कि उन्हें अच्छी शुरूआत तो मिली, लेकिन वह पारी को बड़े स्कोर में तब्दील करने में नाकाम रहे। वह पहले मैच की पहली पारी में केएल राहुल के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 117 रनों की साझेदारी करते दिखे, लेकिन उसके बाद कोई ठोस शुरूआत नहीं दिला सके।
2. चेतेश्वर पुजारा
भरोसेमंद पुजारा भी मुश्किल समय में टीम का साथ नहीं देते हुए दिखे। उनके लिए यह सीरीज बेहद खास थी, लेकिन वो पुरानी लय हासिल नहीं कर सके। पहले मैच की पहली पारी में वह तो खाता भी नहीं खोल सके थे। उन्होंने 6 पारियों में 0, 16, 3, 53, 43, 9 का स्कोर किया जो उनके अनुभव के हिसाब से बिल्कुल भी मेल नहीं खाता। सिर्फ दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में वह टच में दिखे थे जब 53 रनों की पारी खेली थी। इसके अलावा वह सस्ते में निपटते दिखे। पुजारा का ऐसा प्रदर्शन उनके लिए अब मुसीबत खड़ी कर सकता है, क्योंकि वह भी लंबे समय से फ्लाॅप चल रहे हैं। उनके बल्ले से भी आखिरी शतक 3 जनवरी 2019 को निकला था।
3. अजिंक्य रहाणे
रहाणे पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। उनका प्रदर्शन चिंता का विषय बना हुए है। वह माैजूदा समय सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में ही सक्रिय हैं, लेकिन इससे भी वह जगह खोते दिख रहे हैं। उम्मीद थी कि अफ्रीकी दाैरे पर वह रनों का अंबार लगाकर आलोचकों का मुंह बंद करेंगे, लेकिन मुश्किल समय वह भी आसानी से अपना विकेट गंवाते दिखे। रहाणे ने 3 मैचों की 6 पारियों में 48, 20, 0, 58, 9, 1 का स्कोर किया। रहाणे से सीरीज के आखिरी टेस्ट में बड़ी उम्मीद थी क्योंकि मांग उठ रही थी कि उन्हें बाहर किया जाए और हनुमा विहारी को माैका दिया जाए जो दूसरी पारी में नाबाद 40 रन बनाते दिखे। लेकिन मैनेजमेंट ने विहारी की बजाय फिर रहाणे को माैका दिया। रहाणे के पास खुद को साबित करने का माैका था, लेकिन वह फिर फ्लाॅप हो गए।