'सिक्सर किंग' युवराज का रहा है भारतीय क्रिकेट पर राज, टीम से ड्रॉप होने पर आंखों से निकले थे आंसू
Happy Birthday Yuvraj Singh: मौजूदा भारतीय टीम युवराज सिंह जैसे खिलाड़ी को मिस कर रही है। भारत के पास गेंद और बल्ले से कमाल करने वाले युवी के करियर का अंत निराशाजनक रहा था।
Happy Birthday Yuvraj Singh: भारतीय क्रिकेट टीम में पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह की कमी हमेशा खलेगी। युवराज सिंह के बाद भारत को अब तक उनकी तरह एक प्रोपर ऑलराउंडर खिलाड़ी नहीं मिल सका है। बल्ले से धमाल मचाने वाले युवराज सिंह गेंद से भी टीम के लिए बेहद अहम रहे हैं। युवराज सिंह ने अपने क्रिकेट करियर में लंबे समय तक भारत के लिए खेला है। इस दौरान उनके बल्ले से एक से बढ़कर एक परफॉर्मेंस आई है।
भारत को दो बार बनाया वर्ल्ड चैंपियन
युवराज सिंह आज यानी 12 दिसंबर को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। युवी आज 41 साल के हो गए हैं, इस मौके पर उन्हें सोशल मीडिया पर बधाइयां मिल रही है। युवराज अपने क्रिकेट करियर के दौरान दो बार भारत की विश्व विजेता क्रिकेट टीम की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा थे। साल 2011 वर्ल्ड कप में उन्होंने बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी कमाल किया था। भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में इस खिलाड़ी ने अहम योगदान निभाया था।
भारत के लिए रहा है कमाल का रिकॉर्ड
युवराज का जन्म 12 दिसंबर 1981 को चंडीगढ़ में हुआ। क्रिकेट मैदान पर युवराज सिंह ने कई बड़े रिकॉर्ड बनाने का कारनामा किया है। भारत के लिए 304 वनडे मैच खेलेने वाले युवी ने इस फॉर्मेट में कुल 8701 रन बनाने में सफलता हासिल की। इस दौरान उनके बल्ले से 14 शतक और 52 अर्धशतक भी निकले थे। वनडे के अलावा उन्होंने 58 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में भी हिस्सा लिया। टी-20 में युवराज सिंह ने 1177 रन बनाए। वहीं 40 टेस्ट मैच में युवी के नाम 1900 रन हैं। साल 2007 में युवी ने छह गेंदों पर छह छक्के लगाए थे, जिसके बाद उन्हें सिक्सर किंग कहकर पुकारे जाने लगा।
टीम से ड्राप होने पर टूट गए थे युवी
युवराज सिंह के नाम से ही गेंदबाज खौफ में आ जाते थे। लेकिन युवी के लिए उनके क्रिकेट करियर का अंत निराशाजनक रहा। एक पुराने इंटरव्यू में उन्होंने न्यूज चैनल आज तक से कहा था कि हर खिलाड़ी को उसके भविष्य के बारे में बोर्ड को बताना चाहिए। मुझे टीम से निकालने से पहले मेरे साथ जो कुछ भी हुआ उसने मुझे काफी तकलीफ पहुंचाई थी। खिलाड़ियों के साथ ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए।
टीम से बाहर होने पर युवी का छलका दर्द
दरअसल, युवराज सिंह लंबे समय तक टीम में वापसी की कोशिश करते रहे। इसके लिए उन्होंने यो-यो टेस्ट भी क्लियर किया। लेकिन इन सबके बावजूद उन्हें वापसी का मौका नहीं दिया गया। युवी ने कहा था कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि 8-9 मैचों में से 2 में 'मैन ऑफ द मैच' रहने के बाद मुझे ड्रॉप कर दिया जाएगा। युवराज सिंह ने 30 जून 2017 को वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना आखिरी वनडे मैच खेला था।