बिना बिजली दिए ही विभाग ने भेज दिया बिल, देखकर भौचक्के रह गए लोग
श्रावस्ती। सौभाग्य योजना के तहत यूपी के श्रावस्ती जिले में मुफ्त बिजली कनेक्शन बांटे जाने के बाद कुछ गांवों में विभागाधिकारियों की करतूत सामने आई है। अधिकारियों ने बिना बिजली आपूर्ति दिए ही ग्रामीणों को विद्युत बिल भेज दिया। अपने नामों के बिल का मैसेज देख गांव वालों के होश उड़ गए, क्योंकि उन्हें बिजली तो मिली नहीं और रुपए मांगे गए।
जानकारी के मुताबिक, यहां इकौना विद्युत उपकेंद्र के अंतर्गत ग्राम मध्यनगर मनोहरापुर के मजरा बनकट गाँव में दो माह पूर्व विद्युत पोल लगाया गया था। इसी बीच सौभाग्य योजना के तहत कैंप लगाकर काफी ग्रामीणों को निशुल्क विद्युत कनेक्शन भी दे दिया गया। लेकिन बिना आपूर्ति दिए ही अब विद्युत विभाग द्वारा ग्रामीणों को विद्युत बिल भेज दिया गया, जिसे देख ग्रामीणों का पारा चढ़ गया। उनमें विद्युत विभाग के खिलाफ आक्रोश है।
बताया जाता है कि गांव का दो माह पूर्व सौभाग्य योजना के तहत विद्युतीकरण के लिए चयनित किया गया था, ठेकेदार द्वारा गांव में विद्युतपोल व एलटी लाइन के लिए केबिल गांव में गिराई गई थी। कुछ स्थानों पर विद्युत पोल खड़ा करके तार लगाया गया। जबकि कई स्थानों पर अब भी काम बाकी है।फिर भी ठेकेदार द्वारा बिजली निगम से मिली-भगत कर आनन-फानन में गांव में कैंप लगवा कर सौ ग्रामीणों को नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन भी दे दिया गया।इतना ही नहीं बिना केबिल जोड़े लोगों के घरों में मीटर भी लगा दिया गया। लोग विद्युत लाइन बिछाने व आपूर्ति बहाल होने का इंतजार कर ही रहे थे, कि विगत सप्ताह इन सभी सौ ग्रामीणों को विद्युत विभाग द्वारा बिजली बिल भेज दिया गया। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने अवर अभियंता विद्युत इकौना से की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में ग्रामीणों द्वारा गांव में प्रदर्शन कर बिजली निगम के खिलाफ नारेबाजी भी की गई।
ग्रामीण श्यामता ने बताया कि बिना बिजली सप्लाई के ही उनका 900 रुपये बिल का मैसेज मोबाइल पर आ गया है। जबकि गांव में किसी के यहां एक दिन भी बिजली नहीं जली,इसी तरह गांव के मेवालाल,रामवती,अमित, राधेश्याम,मोहित सहित अन्य ग्रामीणों को भी निगम द्वारा बिल भेजा गया है। जबकि गांव में अब तक आपूर्ति बहाल नहीं हुई है। इस सम्बन्ध में विद्युत अपर अभियंता का कहना है कि मामला संज्ञान में है। गाँव में लगने वाले कैम्प में जिनके बिल आये हैं उन्हें जाँच कर खत्म कर दिया जायेगा।
बच्चों को रूबेला से बचाने के लिए यूपी में स्कूलों पर सख्ती, आदेश नहीं मानने पर होगी कार्रवाई