शामली: 12 गांवों में 10 साल पहले मीटर लगाया, कनेक्शन अब तक नहीं पहुंचा, अब विभाग ने भेज दिया 60000 तक का बिल
उत्तर प्रदेश के शामली जिले में बिजली विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां के झिंझाना क्षेत्र के 12 गांवों के लोगों को 30000 से 60000 रुपए तक का बिजली बिल पकड़ा दिया गया, जबकि उन्हें बिजली का कनेक्शन दिया ही नहीं गया है। ज्यादा बिल आने की वजह से ग्रामीण परेशान हैं, उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे इसकी शिकायत किससे करें? वहीं, मामले में अधिकारियों का कहना है कि उनकी तरफ से जांच कराई जा रही है।
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बिना कनेक्शन के बिल आने से ग्रामीण परेशान
ग्रामीणों के मुताबिक बिजली विभाग के अधिकारियों ने उन्हें बिजली कनेक्शन और बिजली मीटर मुफ्त में दिलाने का आश्वासन देकर कुछ वर्षों पहले घरों में मीटर लगा दिया था। लेकिन उनके घर में बिजली का कनेक्शन दिया ही नहीं गया। वहीं, अब 30000 से 40000 रुपए का बिल भेज दिया गया है। जिसकी वजह से इन 12 गांवों के ग्रामीण परेशान हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक जिले के खोकसा, अलाउद्दीनपुर, दुधली, डेरा भागीरथ, नया गांव सहित कुछ अन्य गांवों के लोगों को 30 हजार से 60 हजार रुपए तक बिल भेजा गया है। इन सभी गांवों में मुख्य रूप से बावरिया जनजाति के लोग रहते हैं। पढ़ाई-लिखाई नहीं होने के कारण अब भी ये लोग मुख्यधारा से कटे हुए हैं।
खोकसा गांव के 250 लोगों को भेजा गया 60000 तक का बिल
सरकार की तरफ से बावरिया समाज को "मुख्यधारा" में लाने की कोशिश की जा रही है। यहां के खोकसा गांव की बात करें तो यहां पर बिजली की लाइन नहीं है, बावजूद इसके हर घर में मीटर लगाए गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खोकसा में लगभग 250 लोग रहते हैं। इन सभी को बिजली विभाग की तरफ से 30000 रुपए से 60000 रुपए तक का बिल भेजा गया है। यहां रहने वाले लोगों ने बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारी पिछले हफ्ते घर आए और हर मीटर के लिए 50000 से 60000 रुपए का बिल पकड़ा दिया। आखिर हम ये बिल कैसे चुकाएंगे?
2012 में लगाया था मीटर
खोकसा की रहने वाली सरोज देवी ने बताया कि वह अकेले इस समस्या से परेशान नहीं हैं, बल्कि पूरा गांव इस समस्या से जूझ रहा है। वहीं, इस पूरे मामले में खोकसा गांव के पूर्व प्रधान भगत राम का कहना है कि क्षेत्र के अन्य गांवों के लोगों को भी इस तरह का बिल भेजा गया है। अलाउद्दीनपुर गांव की रहने वाले सुंदरवती देवी ने कहा कि उनके परिवार को 40,000 रुपए का बिजली बिल दिया गया है। उनके यहां बिजली का मीटर 2012 में लगाया गया था। लेकिन तब से अब तक बिजली का कनेक्शन नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि जब हमारे यहां बिजली ही नहीं आ रही है तो इसका भुगतान क्यों करें?
SDO ने मामले की जानकारी से किया इनकार
इस पूरे मामले को लेकर जब उप-विभागीय अधिकारी (SDO) रवि कुमार से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि लोगों को बिजली के बिल मिल रहे हैं। जबकि उनके पास बिजली कनेक्शन नहीं है। इसके अलावा इस मामले में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, शामली के अधीक्षण अभियंता राम कुमार ने कहा कि हम पूरे मामले की जांच करा रहे हैं। जांच के बाद ग्रामीणो की समस्याओं को दूर कराया जाएगा।