चिन्मयानंद केस: 5 करोड़ की रंगदारी मांगने को लेकर पीड़िता के दोस्त ने किये नए खुलासे
शाहजहांपुर। बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के कई आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस मामले में बेहद अहम खुलासा हुआ है। पीड़ित लड़की के दोस्त संजय सिंह ने कहा कि उसने रंगदारी मांगने के लिए व्हाट्सएप पर मैसेज किया था। इस मैसेज की जानकारी उसने किसी को नहीं दी थी। बाद में स्वामी ने इसी मैसेज के आधार पर पुलिस में एफआईआर दर्ज करा दी और जांच शुरू हो गई थी।
1 करोड़ रुपए की थी पेशकश
आजतक की खबर के अनुसार, रंगदारी मांगने वाले संजय सिंह के मुताबिक, स्वामी चिन्मयानंद का आपत्तिजनक वीडियो पीड़ित लड़की के पास मौजूद था, इस बात की जानकारी थी। वीडियो उन्हें वापस करने के एवज में उन्होंने 1 करोड़ रुपए देने की पेशकश की थी। लेकिन पैसे देने में आनाकानी करने के दौरान बात बिगड़ गई। इसी वजह से गुस्से में उसने व्हाट्सएप के जरिए सोशल मीडिया पर बदनाम करने की धमकी देने वाला मैसेज भेजा। इस मैसेज में 5 करोड़ रुपये की मांग की गई।
इस बारे में नहीं थी किसी को जानकारी
संजय के मुताबिक उसके इस काम में कोई और शामिल नहीं था और मैसेज भेजने की जानकारी उसने किसी को नहीं दी थी। बाद में स्वामी ने इसी मैसेज के आधार पर पुलिस में FIR दर्ज करा दी और जांच शुरू हो गई थी। जिसके बाद उन्होंने वीडियो के आधार पर उनके खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने की योजना बनाई, लेकिन उन्हें यूपी पुलिस पर भरोसा नहीं था। इसीलिए ये लोग सब एक साथ दिल्ली में एफआईआर कराने के लिए गए थे।
'वकील ने बताया फर्जी'
चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया में वायरल वीडियो क्लिप फर्जी है। इसमें 31 जनवरी, 2014 की तारीख दिख रही है। जबकि लड़की पिछले साल से हॉस्टल में रह रही थी। वीडियो फेक और उसमें छेड़छाड़ की गई है। एसआईटी को इसकी जांच करनी चाहिए। 22 अगस्त को उन्होंने शाहजहांपुर में एक एफआईआरल दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया था कि एक व्यक्ति ने मोबाइल फोन में मैसेज भेजकर उनसे 5 करोड़ रुपये की डिमांड की है। उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन है कि नकली वीडियो के तार इससे जुड़े हैं। इस बीच बुधवार को लड़की की मेडिकल जांच कराई गई। उन्होंने बताया कि गुरुवार को उनकी बेटी से एसआईटी पूछताछ करेगी।
SIT कर रही है मामले की जांच
फिलहाल इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है। एसआईटी ने इस मामले में तमाम लोगों से पूछताछ की है और अब संजय के साथ मौजूद विक्रम और सचिन को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले एसआईटी ने स्वामी चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह से भी पूछताछ की है।
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि 23 अगस्त को शाहजहांपुर से लॉ की छात्रा लापता हो गई थी। इसके एक दिन बाद लड़की ने सोशल मीडिया में वीडियो पोस्ट कर बताया था कि संत समुदाय का एक प्रभावशाली नेता उसे परेशान कर रहा है और मारने की धमकी दे रहा है। छात्रा के पिता ने बाद में चिन्मयानंद पर उनकी बेटी और अन्य छात्राओं के शोषण का आरोप लगाया था। 27 अगस्त को लड़की के पिता की शिकायत के आधार पर चिन्मयानंद के खिलाफ आईपीसी की धारा 364(अपहरण या हत्या के लिए अपहरण) और धारा 506(आपराधिक धमकी) के तहत केस दर्ज किया था। 30 अगस्त को राजस्थान में लॉ स्टूडेंट का पता चला और बाद में उसे सुप्रीम कोर्ट में पेश किया गया। सुप्रीम कोर्ट ने उसकी शिकायतों के आधार पर यूपी सरकार को एसाआईटी का गठन करने का आदेश दिया।