यहां 'फ्लैट' में रहते हैं परिंदे, कबूतरों के लिए बनी हुई है 10 मंजिला 'इमारत'!
श्रीगंगानगर/झुंझुनूं। बात सुनने में भले ही अजीब लग रही हो कि परिंदे 'फ्लैट' में रहते हैं। इनके लिए बहुमंजिला इमारत खड़ी कर दी गई है। परिंदों के 'फ्लैट' देखने है तो राजस्थान के झुंझुनूं और श्रीगंगानगर चले आईए। दोनों ही जगहों पर पक्षियों के लिए खास घरोंदे बनाए गए हैं, जो दिखने में किसी बहुमंजिला के 'फ्लैट' से कम नहीं हैं।
श्रीगंगानगर
:
32
फीट
ऊंची
'इमारत'
में
रह
सकेंगे
642
पक्षी
श्रीगंगानगर में पदमपुर रोड स्थित श्री कल्याण भूमि में 29 जुलाई 2019 को पक्षी विहार नाम से परिंदों के आशियाने का निर्माण करवाया गया है। 32 फीट की ऊंचाई पर बने इस पक्षी घर में 13 मंजिल है। 312 निवास स्थल हैं। इसमें एक साथ 624 पक्षी रह सकते हैं। यह पक्षी विहार देखने में किसी बहुमंजिला इमारत जैसा है। श्रीगंगानगर के लोगों में यह पक्षियों के 'फ्लैट' के नाम से भी पहचान बना रहा है।
व्यापारी पवन अग्रवाल की बदौलत बना
स्थानीय व्यापारी पवन अग्रवाल ने बताया कि वे हमेशा से पक्षी प्रेमी रहे हैं। गर्मियों में पक्षियों को दाना, पानी और आशियाने के लिए इधर-उधर भटकता देख उनके लिए यह खास इंतजाम करवाने का विचार आया। यहां दाना-पानी की व्यवस्था करेंगे ताकि पक्षी अपना घरोंदा बना सके। कल्याण भूमि के मैनेजर के अनुसार शहर में पक्षियों के 'फ्लैट' जैसा यह इकलौता पक्षी विहार है।
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झुंझुनूं : कबूतरों के लिए बने 11 सौ फ्लैट
झुंझुनूं स्थित श्री गोपाल गोशाला में वर्ष 2016 में खासकर कबूतरों के लिए 1100 फ्लैट का निर्माण शुरू हुआ। सालभर में बनकर तैयार हो गए। यहां कबूतरों के 550 जोड़ों के एक साथ रहने का इंतजाम किया गया है। दरअसल, यह एक कबूतरखाना है, जो श्रीगोपाल गौशाला झुंझुनूं में महावीर प्रसाद भौड़की की स्मृति में बनाया गया है।
अब नहीं सहनी पड़ेगी मौसम की मार
गोपाल गोशाला में कबूतरों को दाना डालने के लिए कई लोग पहुंचते थे। जो वर्ष 2017 से पहले तक खुले में दाना डालते थे। मौसम में कभी तेज सर्दी और कभी तेज गर्मी के कारण पक्षियों को पीड़ा होती थी। वहीं बारिश के दिनों में स्थान अभाव के कारण सैकड़ों पक्षियों की मौत भी हो जाती है। सर्दी, गर्मी और बारिश की पीड़ा से पक्षियों को बचाने के लिए यहां 10 मंजिला फ्लैट बनाए गए हैं।