ASP Sanjay Gupta : राजस्थान पुलिस के एएसपी संजय गुप्ता के पीछे क्यों पड़ गए कांग्रेस, BJP व RLP के छह MLA?
नागौर, 5 घंटे। राजस्थान पुलिस के एएसपी संजय गुप्ता सुर्खियों में हैं। सोशल मीडिया पर की गई एक पोस्ट के बाद एएसपी संजय गुप्ता कांग्रेस, भाजपा व आरएलपी के आधा दर्जन विधायकों के निशाने पर आ गए हैं। सभी विधायकों ने एएसपी की पोस्ट पर नाराजगी जताते हुए राजस्थान के CM अशोक गहलोत से इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मामला राजस्थान के नागौर जिले का है। संजय गुप्ता नागौर के डीडवाना में एएसपी हैं।
नागौर राजनेता-पुलिस का विवाद क्या है?
राजस्थान के नागौर जिले में खाकी और खादी आमने-सामने है। इस टकराव की वजह एएसपी संजय गुप्ता की एक सोशल मीडिया ग्रुप में की गई पोस्ट है। दरअसल, अजमेर रेंज आईजी ने नागौर शहर कोतवाल व एक हेड कांस्टेबल को सट्टा कारोबारियों से मिलीभगत मामले में निलंबित कर दिया था। इसके बाद नागौर सांसद व आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने नागौर एसपी श्वेता धनखड़ पर आरोप लगाते हुए कहा था कि जिले में पुलिस की शह पर सट्टे का कारोबार व चौथ वसूली हो रही है। एसपी को तुरंत हटाया जाना चाहिए।
एएसपी संजय गुप्ता ने क्या लिखा अपनी पोस्ट में
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने एसपी श्वेता धनखड़ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि एडीजी रैंक के अधिकारी से पूरे मामले की जांच करवानी चाहिए। यहां तक तो सब ठीक था, मगर फिर डीडवाना एएसपी संजय गुप्ता ने सोशल मीडिया पर की गई अपनी पोस्ट में नागौर एसपी श्वेता धनखड़ के कार्यकाल को शानदार बताने के साथ ही आरोप लगाया कि तस्करों, सटोरियों और अपराधियों को नेता संरक्षण दे रहे हैं। एएसपी गुप्ता की इस पोस्ट के बाद बवाल मचना शुरू हो गया।
डीडवाना एएसपी संजय गुप्ता की पोस्ट
हालांकि डीडवाना एएसपी संजय गुप्ता ने अपनी पोस्ट को बाद में हटा लिया था, मगर तब उसके स्क्रीन शॉट लिए जा चुके थे।
संजय गुप्ता ने अपनी पोस्ट में लिखा था कि 'नागौर की जनता जानती है कि नागौर में कौन-कौन से नेता हैं, जो अफीम डोडा पोस्ट के तस्करों को, सटोरियों को, जुआरियों को और भू-माफियाओं को संरक्षण देते हैं। नागौर की जनता इतनी जागरूक है, उन्हें अच्छी तरह से मालूम है अवैध कारोबार में और खनन कार्यों में कौन-कौन से नेताओं की हिस्सेदारी है। किन-किन लोगों के रिश्तेदार यह कार्य कर रहे हैं। कुछ लोगों द्वारा माननीय SP साहब के खिलाफ जो षड्यंत्र के तहत जो आरोप लगाए जा रहे हैं, उसको नागौर की जनता समझती है। माननीय SP साहिबा लगभग 1 साल का कार्यकाल शानदार रहा। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों और भ्रष्ट नेताओं की नींद उड़ी रही।'
एएसपी गुप्ता ने यह भी लिखा कि 'संज्ञान में आते ही हर तरह के अपराधियों के खिलाफ चाहे वो कितना भी प्रभावशाली हो उसका किसी भी नेता को संरक्षण प्राप्त हो, उनकी गिरफ्तारी तत्काल हुई है। लेकिन SP का कार्यकाल और कार्यशैली नागौर की जनता नागौर के नेताओं को रास नहीं आ रही है और न ही उच्च अधिकारियों के संरक्षण से और विधायकों के डिजायर सिस्टम से आए हुए थानेदार और CI लेवल के अधिकारियों को पसंद आ रही है।
'ऐसे अधिकारी और विधायक अपने आपको फ्री हैंड नहीं महसूस कर पा रहे हैं। जो उम्मीद पुलिस कर्मचारियों और थानों में तैनात अधिकारियों को थी। जिन थानों को मलाईदार थाने मानते थे, वहां एप्रोच करके लगने के बाद भी उन्हें उम्मीद के मुताबिक कुछ मिल नहीं पा रहा है, इसलिए अधिकारियों का नेताओं का कुछ विधायकों का गठजोड़ एक निर्भीक ईमानदार बेदाग और दबंग पुलिस अधिकारी किसान की बेटी को जिले में SP पद पर पचा नहीं पा रहे हैं और लगातार SP साहिबा के नागौर लगने लगने के बाद से ही षड्यंत्र कर रहे हैं और नागौर की जनता को यकीन है नेताओं के और अधिकारियों के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे।'
'"मुख्यमंत्री जी को नागौर की जनता के द्वारा समय-समय पर सारी स्थितियों से अवगत करा दिया गया है और जल्दी संपूर्ण घटना को लेकर मानवाधिकार संगठन, भ्रष्टाचार निरोधक के कार्यकर्ता व नागौर के संभ्रांत नागरिक जन का प्रतिनिधिमंडल मान्य अशोक गहलोत से मिलेगा और संपूर्ण घटनाक्रम से अवगत कराएंगे।'
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ये विधायक चाहते हैं एएसपी के खिलाफ कार्रवाई
1. चेतन डूडी, विधायक डीडवाना
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2. रामनिवास गावड़िया
विधायक परबतसर
सोशल मीडिया पोस्ट हटाकर क्या बोले एएसपी गुप्ता
सोशल मीडिया पर नागौर एसपी के पक्ष में डाली गई पोस्ट के बाद बवाल मचना शुरू हो गया। लोग सिफारिश से लगे थानेदार व पुलिसकर्मियों पर सवाल उठाने लगे और राजनीति में भी उबाल आ गया। इस पर कांग्रेस, भाजपा और आरएलपी तीनों ही पार्टियों के विधायक एएसपी के खिलाफ लामबंद हो गए। इस पर एएसपी ने कहा कि पोस्ट गलती से हो गई। इंसान से गलती हो जाती है। मामले को बेवजह तूल नहीं दिया जाना चाहिए। पोस्ट तुरंत हटा दी गई है।
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3. मुकेश भाकर
विधायक लाडनूं
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4. नारायण बेनीवाल
विधायक खींवसर
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5. इंद्रा बावरी
विधायक मेड़ता
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6. रूपाराम मुरावतिया
विधायक मकराना