'मौत' को मात : बोरवेल में जंग जीता 4 साल का गुड्डू, 26 घंटे बाद बाहर निकला तो फूट फूटकर रोया
सीकर, 26 फरवरी। राजस्थान के खाटूश्यामजी इलाके के लिखमा का बास के बोरवेल में फंसे चार साल के गुड्डू ने आखिर 26 घंटे बाद 'मौत' को मात दे दी है। 26 घंटे से करीब 57 फीट गहरे बोरवेल में फंसे गुड्डू को बचाव दलों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।
बच्चा पूरी तरह स्वस्थ
बोरवेल से बाहर आने के बाद गुड्डू अपनी मां के गले से लिपटकर फूट फूटकर रोया। फिलहाल बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। एहतियातन उसे मेडिकल जांच के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बच्चे को बाहर निकालने के बाद एंबुलेंस में बैठाया। उसकी मां और बहन एंबुलेंस में बैठकर ही उसका इंतजार कर रही थीं। गुड्डू को अपने पास पाकर मां खुशी में उसे बार-बार दुलारती रही और माथा चूमती रही। यह देखकर हर किसी की आंखें नम हो गई।
57 फीट की गहराई में फंसा हुआ था
दरअसल, गुड्डू बोरवेल में 57 फीट की गहराई में फंसा हुआ था। रेस्क्यू टीम ने बोरवेल के पास दूसरी सुरंग खोदकर गुड्डू को निकाला। बच्चे के बोरवेल में गिरने के बाद परिवार चिंता में था।
खाना खाले गुड्डू, बिस्किट खा ले...
रातभर से बचाव टीम निकालने का प्रयास कर रही थी। 11 साल की बहन सरिता कभी बोरवेल तो कभी बचाव टीम के पास जाती रही। अपने लाडले भाई को आवाज देती रही, 'खाना खाले गुड्डू, बिस्किट खा ले...। बोरवेल में गिरने के बाद गुड्डू को 12 सिलेंडरों से ऑक्सीजन भी पहुंचाई गई थी। आखिरकार प्रयास सफल रहे और सही सलामत बाहर निकाला।
बच्चा लगातार मूवमेंट कर रहा था
गुरुवार दोपहर 3 बजे मासूम गुड्डू घर के पास बनी बोरवेल में गिर गया। जिसके बाद पिछले 17 घंटों से उसको निकालने के लिए रेस्क्यू चला। टीम के सदस्य बच्चे से लगातार संपर्क भी कर रहे थे। बच्चा लगातार मूवमेंट कर रहा था।
ये अधिकारी पहुंचे मौके पर
मौके पर कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी, विधायक वीरेन्द्र सिंह, एडीएम धारा सिंह मीणा भी रात को मौके पर पहुंचे। एसडीआरफ और लोकल सिविल डिफेंस जहां बोरवेल के नजदीक दूसरा गड्डा खोदकर अपने प्रयास कर रही है। NDRF जाल की सहायता से रेस्क्यू में जुटी हुई है।
मिशन रविंद्र सीकर : राजस्थान में चार साल का बच्चा बोरवेल में गिरा, 20 घंटे से 57 फीट नीचे फंसा