डकैत जगन गुर्जर जेल में भूख हड़ताल पर, प्रेमिका से बीवी बनी कामेशे पहुंची कलेक्टर के पास, जानें इनकी लव स्टोरी
धौलपुर। राजस्थान के धौलपुर जिले में कभी आतंक पर्याय बना डकैत जगन गुर्जर भले ही सलाखों के पीछे हो, मगर एक बार फिर से सुर्खियों में है। वजह यह है कि जगन ने जेल में भूख हड़ताल कर रखी है।
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मामला उस समय खबरों में आया जब मंगलवार को कोमेश गुर्जर धौलपुर जिला कलेक्टर के पास पहुंची। खुद दस्यु सुंदरी रह चुकी कोमेश जगन गुर्जर की तीसरी पत्नी है। कोमेश ने धौलपुर जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर बताया कि अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद जगन गुर्जर तीन-चार दिन से भूख हड़ताल पर है।
जून 2019 में किया था सरेंडर
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि जून 2019 में उनके पति जगन गुर्जर ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। उसके बाद से वे धौलपुर जिला जेल में बंद थे, लेकिन जगन गुर्जर को परेशान करने के लिए उसे धौलपुर से अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया गया। कोमेश ने ज्ञापन में यह भी लिखा है कि अजमेर जेल के एसडीटी नंबर से उसकी बात हुई तो जगन ने वहां के हालात के बारे में बताया है। उसे वहां प्रताड़ित किया जा रहा है। ऐसे में वह बाड़ी न्यायालय में पेशी पर भी नहीं आ रहा है। उसे अजमेर जेल से वापस धौलपुर जेल शिफ्ट किया जाना चाहिए।
चार दिन पहले पकड़ा गया बड़ा भाई
इधर, डांग बसई थाना पुलिस ने 4 दिन पूर्व कुख्यात दस्यु जगन गुर्जर के बड़े भाई और पांच हजार के इनामी डकैत लाल सिंह पकड़ने में सफलता हासिल की। एक मामले में पूछताछ के बाद मंगलवार को एसीजेएम नं. 2 कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि दस्यु लाल सिंह थाने में गत वर्ष दर्ज एक मामले में वांछित था।
जब प्रेमिका कोमेश के लिए जगन ने लगाई जान की बाजी
धौलपुर के डांग इलाके के गांव भवुतीपुरा निवासी जगन गुर्जर के तीन बीवी हैं। जिनके दो बेटी व दो बेटे हैं। शादीशुदा जगन को महिला कोमेश गुर्जर से प्यार हो गया था। दस्यु सुंदरी कोमेश भी उसके साथ कई वारदातों में साथ देखी गई थी। एक डकैती के दौरान पुलिस और जगन की मुठभेड़ हो गई थी, जिसमें प्रेमिका कोमेश को गोली लग गई।
2001 में किया सरेंडर
उस समय जगन वहां पर कोमेश को छोड़कर भाग जाने की बजाय किसी तरह पुलिस से बचकर कोमेश को एक निजी नर्सिंग होम में लेकर गया, जिसकी भनक पुलिस को लग गई तो पुलिस भी वहां पहुंच गई। इस दौरान जगन ने पुलिस के सामने शर्त रखी कि कोमेश के इलाज के लिए उसे उसके साथ रहने दिया जाए, वह पुलिस की सभी शर्त मान लेगा। पुलिस ने उसकी बात मानी तो उसने वर्ष 2001 में सरेंडर कर दिया।
बेटी की शादी में खाई जुर्म छोड़ने की कसम
बताया जाता है कि 1994 में जीजा की हत्या के बाद जगन ने जुर्म की दुनिया में कदम रख लिया था और मारपीट, लूटपाट, फिरौती व डकैती जैसी 100 से ज्यादा वारदातों को अंजाम दिया। हाल ही 12 जून को गांव करनपुर-सायकापुरा में महिलाओं को नग्न करके घुमाया। नौ साल पहले जगन की बेटी शादी हुई थी। कहा जाता है कि उसमें जगन ने अपराध दुनिया छोड़ देने की कसम खाई थी। तीन बार सरेंडर भी किया, मगर हर बार वापस जुर्म की राह पकड़ ली।
जगन गुर्जर के आत्मसमर्पण
27
जून,
2019
को
धौलपुर
के
शाही
तालाब
के
पास
एसपी
अजय
सिंह
के
समक्ष।
19
अगस्त,
2018
को
बयाना
में
तत्कालीन
आईजी
मालिनी
अग्रवाल
के
समक्ष।
30
जनवरी
2009
को
कैमरी
गांव
के
जगन्नाथ
मेले
में
कांग्रेस
नेता
सचिन
पायलट
के
सामने।
वर्ष
2001
में
तत्कालीन
धौलपुर
एसपी
बीजू
जॉर्ज
जोसफ
के
सामने।
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