7 अनाथ बहनों की मदद के लिए लोगों ने 4 दिन में जुटाए 2.5 करोड़ रुपए, माता-पिता के बाद इकलौते भाई की भी मौत
राजस्थान के बाड़मेर में समाज का प्रशंसनीय चेहरा सामने आया है। मामला बाड़मेर के गुड़ामालानी के मालपुरा का है। यहां माता पिता की मौत के बाद सात अविवाहित बहनें अनाथ हो गई हैं। इन बहनों ने सड़क में माता-पिता के बाद घायल हुए इकलौते भाई को भी खो दिया।
सातों बहनों की आर्थिक मदद के लिए हर कोई आगे आया
सातों बहनों की आर्थिक मदद के लिए हर कोई आगे आया है। महज चार दिन में ही ढाई करोड़ रुपए जुटा लिए हैं। मदद का सिलसिला अभी भी जारी है। कई संस्थाएं ही नहीं बल्कि आमजन भी इन बहनों की आर्थिक मदद कर रहे हैं। इनके बैंक खाते में रुपए जमा करवाए हैं।
बोलेरो ने छह लोगों को कुचल दिया
बता दें कि बाड़मेर गुड़ामालानी के मालपुरा निवासी किसान खेताराम भील व उनकी पत्नी कोकू देवी बड़ी बेटी ओमी की शादी की सगाई के लिए रविवार शाम सिधधरी आए थे। इनके साथ चार साल का बेटा जसराज भी था। ये लोग बस से उतरकर जा रहे थे। तभी रास्ते में बेकाबू बोलेरो ने छह लोगों को कुचल दिया।
तीन लोगों की मौत हो गई
इसमें खेताराम, उसकी पत्नी कोकू समेत तीन लोगों की मौत हो गई। चार साल का जसराज गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे जोधपुर के अस्पताल में पहुंचाया, जहां बीती रात उपचार के दौरान जसराज की भी मौत हो गई। माता पिता व भाई की मौत के बाद घर पर सात बहनें अकेली रह गई हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं।
हादसे के बाद से बहनों का रो-रोकर बुरा हाल
हादसे के बाद से सभी बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इनकी पीड़ा सोशल मीडिया के जरिए आस पास के इलाके में हर किसी को पता चली। बाड़मेर कलेक्टर लोकबंधु भी गांव मालपुरा पहुंचकर इन बेटियों को ढांढ़स बंधाया। कलेक्टर ने चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना के तहत इन बेटियों की दस लाख रुपए की आर्थिक मदद की। पालनहार योजना में पांच बच्चियों को ढाई ढाई हजार रुपए मासिक दिए जाएंगे। इसके अलावा सहकार जीवन सुरक्षा बीमा के तहत ऋण माफ किया जाएगा।
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