पंजाब सरकार ने की घर बैठे शराब पिलाने की तैयारी, ऑनलाइन सेल और होम डिलीवरी का प्रस्ताव
चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने शराब की ऑनलाइन बिक्री कर होम डिलीवरी करने की योजना बनाई है और इसका पहला ट्रायल मोहाली शहर में किया जा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो पंजाब ऐसा पहला राज्य होगा जहां ऑनलाइन ऑर्डर देकर लोग घर पर शराब मंगा सकेंगे। पंजाब से पहले महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी शराब की होम डिलीवरी की योजना बनाई गई लेकिन वहां यह जमीन पर नहीं उतर पाई।
पंजाब में 2020-21 की नई उत्पाद नीति की घोषणा शुक्रवार को की गई जिसमें सरकार ने यह प्रस्ताव दिया कि शराब की बिक्री कराई जाएगी और मोहाली में सबसे पहले इसका ट्रायल होगा। इस प्रस्ताव में यह स्पष्ट किया गया है कि शहर में शराब की खुदरा बिक्री के लाइसेंस जिनके पास हैं उनसे संपर्क करने के बाद ऑनलाइन बिक्री की जाएगी और अगर विक्रेताओं को आपत्ति होगी तो प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाला जा सकता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, पंजाब सरकार के सामने शराब की ऑनलाइन बिक्री और होम डिलीवरी की योजना के सामने कानूनी बाधाएं भी हैं। इस बारे में उत्पाद कर विशेषज्ञ अजय जग्गा कहना है कि यह प्रस्ताव संविधान की मूल भावन के खिलाफ है। संविधान के आर्टिकल 47 के मुताबिक, राज्य मादक पेय पदार्थ के उपयोग पर रोक लगाने का प्रयास करेगा और सिर्फ दवाई के तौर पर इसके इस्तेमाल को सुनिश्चित करेगा। विशेषज्ञ का कहना है कि इस आधार पर पंजाब सरकार का यह प्रस्ताव असंवैधानिक लग रहा है क्योंकि यह शराब की बिक्री को बढ़ावा देता है। इस प्रस्ताव में यह भी स्पष्ट नहीं है कि खरीदार कानून के मुताबिक 25 साल से ऊपर ही होगा, इसकी क्या गारंटी है? 25 साल के नीचे के लोगों को शराब बेचने पर प्रतिबंध लगा है लेकिन ऑनलाइन बिक्री से कैसे खरीदार की उम्र का पता चलेगा?
मोहाली के एक शराब व्यापारी गौरव जैन का कहना है कि इस प्रस्ताव के पक्ष में ज्यादातर लाइसेंस धारक नहीं हैं। इस प्रस्ताव से सरकार भले ज्यादा राजस्व कमा लेगी लेकिन खुदरा विक्रेताओं पर इसका बुरा असर होगा। हलांकि पंजाब के उत्पाद शुल्क और कर आयुक्त विवेक प्रताप सिंह का कहना है कि अभी इस प्रस्ताव पर काम हो रहा है और इसे तभी लागू किया जाएगा जब खुदरा लाइसेंसधारी विक्रेता ऐसा चाहेंगे।