पंजाब कांग्रेस ने बागी हो सकते नेताओं की तैयार की सूची, सिद्धू ने बढ़ाई पार्टी की मुश्किलें
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सबकुछ ठीक करना चाह रही है, लेकिन हालात और बिगड़ते ही जा रहे हैं। कांग्रेस नेता बाग़ी तेवर अपनाते हुए पार्टी को अलविदा कह रहे हैं, विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को फिर से झटका लगा।
चंडीगढ़,
30
दिसंबर
2021।
पंजाब
विधानसभा
चुनाव
से
पहले
कांग्रेस
सबकुछ
ठीक
करना
चाह
रही
है,
लेकिन
हालात
और
बिगड़ते
ही
जा
रहे
हैं।
कांग्रेस
नेता
बाग़ी
तेवर
अपनाते
हुए
पार्टी
को
अलविदा
कह
रहे
हैं,
विधानसभा
चुनाव
से
पहले
कांग्रेस
को
फिर
से
झटका
लगा
है।
कांग्रेस
के
मौजूदा
विधायक
राणा
गुरमीत
सोढ़ी,
फ़तेहजंग
बाजवा,
बलविंदर
सिंह
लाडी
ने
कांग्रेस
को
अलविदा
बोल
कर
भारतीय
जनता
पार्टी
की
सदस्यता
ले
ली
है।
विधानसभा
चुनाव
में
कांग्रेस
पार्टी
की
पकड़
कमज़ोर
नहीं
पड़े
इसलिए
पंजाब
कांग्रेस
ने
नई
रणनीति
तैयार
की
है।
खबर
आ
रही
है
कि
पंजाब
कांग्रेस
ने
पार्टी
की
पकड़
मजबूत
करने
के
लिए
बाग़ी
नेताओं
की
सूची
तैयार
की
है।
पंजाब कांग्रेस ने तैयार की बाग़ियों की सूची
पंजाब कांग्रेस ने जो सूची तैयार की है उसमे 117 विधानसभा सीटों के वैसे नेताओं के नाम शामिल हैं, जो चुनाव में बागी तेवर अपना सकते हैं। इस सूची में उन लोगों का नाम भी शामिल है तो 2017 के विधानसभा चुनाव में हार गए थे या अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। सूत्रों की मानें तो पंजाब कांग्रेस ने वैसे नेताओं का अलटरनेट तलाशने में जुट गई है जो चुनाव के वक्त कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ताकि किसी भी हलके में कांग्रेस के पारंपरिक वोटों का बंटवारा नहीं हो सके। इसी क्रम में पंजाब कांग्रेस ने 117 में विधानसभा में से 40 ऐसे विधानसभा सीट की सूची तैयार की है जहां कांग्रेस के नेता बाग़ी तेवर अपना सकते हैं।
विधानसभा सीट के सर्वे के बाद मिलेगा टिकट
पंजाब कांग्रेस चुनाव समिति ने बागी नेताओं के नामों की सूची के बाद कुछ विधानसभा सीटों की भी सूची बनाई है। जहां पर सर्वे कराने बाद उम्मीदवारों की योग्यता के आधार टिकट दिया जाएगा। इसके पीछे की वजह बताई जा रही है कि एक विधानसभा में टिकट के लिए कई लोग दावेदारी कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो बागी नेताओं और विधानसभा सीट की सूची तैयार है, लेकिन सूची को सोनिया गांधी की मज़ूरी के बाद अमल में लाया जाएगा। अजय माकन के नेतृत्व में बिधवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में इन सब मुद्दों पर चर्चा की गई । बैठक में कांग्रेस नेताओं के दूसरी पार्टी में शामिल क्यों हो रहे हैं, उन्हें रोकने के लिए रणनीति तैयार करने पर भी चर्चा की गई। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी खामोशी एख्तियार कर रखी थी तो वहीं पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सभी विधानसभा सीटों के लिए सुझाव देते हुए नज़र आए।
स्क्रिनिंग कमीटी की बैठक में हुआ खुलासा
स्क्रिनिंग कमीटी की बैठक में कादियां से कांग्रेस विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने पर भी मथन किया गया कि किस तरह से बाजवा के भाजपा में जाने से कांग्रेस को नुकसान पहुंच सकता है। इसके क्या-क्या परिणाम हो सकते हैं। वहीं यह भी खुलासा हुआ की फतेहजंग सिंह बाजवा को पार्टी मुख्यालय से किसी ने यह सूचना दी थी कि उन्हें विधानसभा चुनाव में पार्टी की तरफ़ से टिकट नहीं दिया जाएगा। इसलिए ही उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा ताकि वह चुनावी रण में दांव खेल सकें। सूत्रों के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू ने विधानसभा चुनाव में सीएम उम्मीदवार घोषित करने की मांग कर रहे हैं।
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