Pilibhit:रेप पीड़िता ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु,सौतेले बेटे और पति के दोस्तों पर लगाया ये गंभीर आरोप
Pilibhit:रेप पीड़िता ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु,सौतेले बेटे और पति के दोस्तों पर लगाया ये गंभीर आरोप
Pilibhit News: अपने सौतेले बेटे और पति के दोस्तों द्वारा कथित तौर पर रेप पीड़िता ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा है। पत्र में रेप पीड़िता ने इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है। पीड़ित महिला ने अपने पत्र में लिखा है कि उसे अब न्याय की कोई उम्मीद नहीं रह गई है। पीड़िता ने बताया, उसके 28 वर्षीय सौतेले बेटे और उसके पति के दोस्तों ने उसके साथ रेप किया। इस मामले में कोर्ट के आदेश के बाद पूरनपुर कोतवाली में केस तो दर्ज हो गया, लेकिन अभी तक पुलिस ने किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। इस मामले में अब पुलिस से न्याय की कोई उम्मीद नहीं बची है।
30 वर्षीय पीड़िता का आरोप है कि उसे बार-बार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इतना ही नहीं रेप पीड़िता ने पीलीभीत पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। राष्ट्रपति के नाम लिखे गए पत्र में पीड़िता महिला ने कहा कि जानबूझकर पुलिस इस मामले में किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहींकर नहीं कर रही है। उसने कोर्ट की शरण ली तो 9 अक्टूबर को पूरनपुर कोतवाली पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया। प्राथमिकी के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। उसे इस मामले में चुप रहने को कहा जा रहा है। अपने पत्र में महिला लिखती है कि मैंने काफी संघर्ष किया है और मुझे नहीं लगता कि कोई न्याय मिलेगा।
पीड़ित महिला ने बताया कि उसने करीब 3 साल पहले तलाक के बाद दूसरी बार चंडीगढ़ के एक तलाकशुदा किसान (55) से शादी की थी। लेकिन, शादी के कुछ समय बाद ही सौतेला बेटा उसे परेशान करने लगा। उस पर अवैध संबंध बनाने का दबाव डालने लगा। तबसे वह लगातार उसका यौन उत्पीड़न कर रहा है। धमकी की वजह से शुरुआत में वह चुप रही, लेकिन जब बात हद से गुजर गई तो उसने कोर्ट का सहारा लेकर मामले में एफआईआर दर्ज कराई। पीड़िता का आरोप है कि जब वह गर्भवती हुई तो उसने बच्चे का डीएनए टेस्ट कराने की बात की।
इस पर सौतेला बेटा नाराज हो गया और उसने उसके पेट पर बेरहमी से लात मारी। इसके बाद पूरनपुर के एक निजी अस्पताल में गर्भपात के लिए उसे मजबूर किया गया। आरोप है कि 18 जुलाई को उसे उसके पति का दोस्त उसे फार्महाउस ले जाया गया। वहां उसके एक रिश्तेदार और दो साथियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता का आरोप है कि उसने स्थानीय पुलिस और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। कोई विकल्प न सूझने पर उसने अदालत का रुख किया, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
पुलिस ने पति और सौतेले बेटे सहित पांच लोगों पर आईपीसी की धारा 376-डी (सामूहिक बलात्कार), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (जानबूझकर अपमान) और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया। लेकिन, किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस मामले में पीलीभीत के एसपी दिनेश कुमार प्रभु ने कहा कि यह एक जटिल मामला है। मामले की निष्पक्ष जांच हो रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।