नीतीश-शत्रुघ्न के इस रिश्ते पर "नथिंग बट खामोश" है भाजपा
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा शत्रुधन सिन्हा पूरे बिहार के गौरव हैं। पटना की गलियों से निकलकर उच्च शिखर को प्राप्त किया फिर सार्वजनिक जीवन में आये और सांसद मंत्री बने। अभी हमारे सांसद शत्रुघ्न जी ही हैं। सही है...
पढ़ें- नीतीश कुमार फिर से पीएम बनने की राह चले
भाजपा कितना ही नाक-भौं क्यों न सिकोड़े, नीतीश-शत्रुघ्न का प्यार कभी कम नहीं होगा और खास तो यह है कि भाजपा इस पर 'नथिंग बट खामोश' है।
ओह! नथिंग बट खामोश तो शत्रुघ्न सिन्हा की बायोग्राफी है, जो शुक्रवार को रिलीज हुई। पटना के एक होटल में आयोजित शत्रुघ्न सिन्हा के जीवन पर भारती प्रधान द्वारा लिखी गई पुस्तक "नथिंग बट खामोश" का लोकार्पण हुआ ।
इस मौके पर नीतीश ने कहा कि शत्रु जी को जो ठीक लगता है वही बोलते हैं। अपनी पार्टी के प्रति इनकी प्रतिबद्धता कायम है। पार्टी के साथ रहते हुए अपनी बात मजबूती से रखते हैं। जब भी मेरी उनसे मुलाकात होती है और तस्वीर छपती है लोग अलग-अलग कयास लगाने लगते हैं, लेकिन हर मुलाकात में हमारी बातचीत देश के विकास और बिहार के विकास के संदर्भ में होती है।
%u0928%u0925%u093F%u0902%u0917 %u092C%u091F %u0916%u093E%u092E%u094B%u0936 %u0930%u093F%u0932%u0940%u091C %u0939%u0941%u0908
मुख्यमंत्री ने श्री सिन्हा से आग्रह किया कि वे बिहार में फिल्म सिटी के निर्माण की दिशा में ठोस प्रस्ताव लायें। सरकार इस पर अमल करते हुए इस दिशा में काम करेगी। बिहार का इतिहास मानव सभ्यता का इतिहास रहा है। यह फिर से नई ऊंचाई को प्राप्त करेगा।
लालू बोले खामोश मत रहिये शत्रुघ्न जी
पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि शत्रुघ्न जी ने अपने काम से बिहार का नाम बढ़ाया है। आजकल चलन चल पड़ा है कि लोग इस्तेमाल करते हैं और डस्टबीन में फेंक देते हैं। उन्होंने कहा कि जो हालत पैदा किए जा रहे हैं जेएनयू, आंध्र प्रदेश आदि में, वो बेहद अफसोसनाक हैं। ऐसी स्थिति में खामोश रहना ठीक नहीं है। उन्होंने शत्रुघन सिन्हा से कहा कि खामोशी तोड़ें और असली रूप में आयें और मुख्यधारा से जुड़ें।
इस अवसर पर पटना उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य नयायाधीश न्याय मूर्ति इकबाल अहमद अंसारी ने कहा की नथिंग बट खामोश एक उल्लेखनीय पुस्तक है, जो आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। शत्रुघ्न ऐसे शक्स हैं, जिन्हे पढ़ते समय बिहार की याद आती है। साथ ही इस अवसर पर अंसारी ने अपने जीवन से जुड़े पहलुओं की भी चर्चा की।
इस अवसर पर सांसद पवन वर्मा ने कहा की किताब में जिस तरह से शत्रुघ्न सिन्हा की कहानी पेश की गई है वह पढ़ने लायक है। फिल्म अभिनेत्री पूनम ढिल्लो ने कहा कि नथिंग बट खामोश पढ़ने के बाद मैं शत्रु जी को और अधिक समझने लगी हूं। जो बातें शत्रु जी के जीवन में थीं उसे हू-ब-हू दिखाई गई हैं।
शेखर सुमन बोले खामोश पर शोध शुरू
समारोह को संबोधित करते हुए फिल्म अभिनेता शेखर सुमन ने कहा कि जब से यह किताब बाजार में आई है, तब से खामोश शब्द पर शोध शुरू हो गया है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि यह किताब मेरे संघर्ष और हौसला की कहानी है। इमोशन पैशन ड्रामा मेलोड्रामा के साथ पहली बार ऐसी किताब आई है। उन्होंने कहा कि मुसीबतों को वही पर कर सकता है, जिसमें मुसीबत झेलने की ताकत हो।
सभा के आरंभ में पुस्तक के प्रकाशक ओम बुक इंटरनेशनल के अजय मात्रे ने पुस्तक लिखने की पृष्ठभूमि से लोगों को अवगत करवाया इस अवसर पर लेखिका भारती प्रधान ने अपने उन 7 वर्षों की चर्चा की जिस अवधि में उन्होंने पूरी किताब लिखी।