पाकिस्तान चुनाव: नए 'कैप्टन' इमरान खान ने राजनीति की पिच पर भी बनाया रिकॉर्ड
साल 1992 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप जीतकर नया इतिहास कायम किया था और उस समय टीम के कप्तान इमरान खान थे। इमरान ने साल 1996 में राजनीति में नई पारी का आगाज किया और 22 वर्षों बाद इमरान राजनीति की पिच पर नया रिकॉर्ड बनाया है।
लाहौर। साल 1992 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप जीतकर नया इतिहास कायम किया था और उस समय टीम के कप्तान इमरान खान थे। इमरान ने साल 1996 में राजनीति में नई पारी का आगाज किया और 22 वर्षों बाद इमरान राजनीति की पिच पर नया रिकॉर्ड बनाया है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मुखिया और पाकिस्तान के नए 'कैप्टन' बनने की ओर बढ़ रहे इमरान, पाक के पहले ऐसे नेता हैं जिन्होंने तीन प्रांतीय और राजधानी की एक सीट से चुनाव जीता है। इससे पहले यह कारनामा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की मुखिया और पाक की पहली महिला प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो ने किया था। बेनजीर ने प्रांतीय इकाई में नेशनल एसेंबली के लिए एक से ज्यादा सीटें जीतकर रिकॉर्ड बनाया था। ये भी पढ़ें-पाकिस्तान में इमरान खान को रोकने के लिए तैयार हो रहा है महागठबंधन!
बेनजीर ने किया था यह कारनामा
इमरान खान ने दो प्रांतीय इकाईयों, पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा (केपीके) से नेशनल एसेंबली के लिए सीटें जीतकर बेनजीर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। बेनजीर ने साल 1988 में हुए आम चुनावों में सिंध के लरकाना और पंजाब के लाहौर से चुनाव जीता था। इसके बाद अगले चुनावों में बेनजीर ने पेशावर सीट पर अपनी किस्मत आजमाई थी। हालांकि उस समय बेनजीर को आवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के गुलाम अहमद बिल्लौर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। 25 जुलाई को हुए आम चुनावों में इमरान, मियांवली, रावलपिंडी और पेशावर से नेशनल एसेंबली के लिए चुनाव जीता है। इमरान ने पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के उम्मीदवार को मियांवली और रावलपिंडी में हराया तो पेशावर में एएनपी के उन्हीं गुलाम अहमद बिल्लौर को हराया है जिन्होंने बेनजीर को मात दी थी।
लाहौर, इस्लामाबाद, कराची सब इमरान का
इमरान ने तीन प्रांतीय इकाईयों पंजाब, केपीके और सिंध के साथ प्रांतीय राजधानी में भी चुनाव जीता है। इमरान ने पंजाब की राजधानी लाहौर में पीएमएल-एन के उम्मीदवार को हराया तो इस्लामाबाद की एनए-53 सीट पर उन्होंने पूर्व पीएम शाहिद खाकन अब्बासी को शिकस्त दी है। इसके अलावा कराची की एनए-243 जो सिंध के तहत आती है उस सीट पर मुताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम) के सैयद रजा आबिदी को हराया। इसके अलावा इमरान ने केपीके की बानू सीट एनए-35 पर अकरम खान दुर्रानी को शिकस्त दी। वहीं मियांवली, पंजाब में एनए-95 सीट पर उल्लाह शाहदिखेल को इमरान के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा।
मुश्किल है इमरान का रिकॉर्ड तोड़ पाना
पीएमएल-एन के प्रेसीडेंट और नवाज के भाई शहबाज शरीफ के अलावा बेनजीर के बेटे और पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो भी इस रिकॉर्ड की रेस में थे, लेकिन बाजी सिर्फ इमरान के हाथ लगी। राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो इमरान के इस रिकॉर्ड की बराबरी करना या इसे तोड़ पाना आने वाले समय में किसी भी पाकिस्तानी नेता के लिए संभव नहीं हो सकेगा। उनका कहना है कि इमरान अपने इस रिकॉर्ड को बेहतर कर सकते हैं अगर वह अगले आम चुनावो में बलूचिस्तान में स्थित नेशनल एसेंबली की किसी भी सीट पर चुनाव लड़ लें।