'अमेरिका के लिए दोस्त नहीं बल्कि एक खतरा है पाकिस्तान, ट्रंप लगाएं बैन'
वॉशिंगटन। अमेरिका के एक थिंक टैंक ने पाकिस्तान को उसके लिए दोस्त से ज्यादा एक खतरा बताते हुए, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पाक पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इस थिंक टैंक ने कहा है कि पाकिस्तान में तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी संगठनों को पनाह मिली हुई है और इस वजह से वह अमेरिका के लिए बड़ा खतरा बन गया है।
पाकिस्तान को दिया जाए साफ संदेश
अमेरिकी थिंक टैंक सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (सीएसआईएस) ने पाकिस्तान को खतरा करार दिया है। थिंक टैंक ने इस बात पर जोर दिया कि ट्रंप प्रशासन को इस्लामाबाद को यह साफ कर देना चाहिए कि अगर पाकिस्तान में तालिबान और हक्कानी नेटवर्क को समर्थन जारी रहता है तो फिर उसे प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। थिंक टैंक ने जारी अपनी एक ताजा रिपोर्ट में कहा है कि अफगानिस्तान संघर्ष में और अपनी सैन्य राजनीतिक, शासन और गरीबी हर संदर्भ में बुरा प्रदर्शन कर रहा है। पाकिस्तान अब भी तालिबान एवं हक्कानी नेटवर्क की पनाहगाह बना हुआ है और वह सहयोगी होने के बजाए खतरा अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि युद्ध के सैन्य एवं असैन्य आयामों में बेहतर दृष्टिकोण एवं बेहतर रणनीति होनी चाहिए।
चीन को भी दिया जवाब
थिंक टैंक के मुताबिक कोई भी प्रतिबद्धता असीमित नहीं होनी चाहिए। अफगानिस्तान को बहुत ज्यादा और बहुत बेहतर करना होगा ताकि अमेरिकी प्रतिबद्धता के हर आगामी वर्ष को सही ठहराया जा सके। रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिका को पाकिस्तान को यह स्पष्ट करना चाहिए कि यदि वह तालिबान को समर्थन देना और हक्कानी नेटवर्क को बर्दाश्त करना जारी रखता है तो उसे मिलने वाली मदद पूरी तरह बंद कर दी जाएगी और उस पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे। इसमें यह भी कहा गया है कि अमेरिका चीन को भी साफ कर दे कि अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान संबंधी समस्या से निपटने में चीन का सहयोग चीन और अमेरिका दोनों के हित में होगा। सीएसआईएस ने कहा कि अमेरिका को यह पूरी तरह स्पष्ट करना चाहिए कि वह अफगानिस्तान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता एवं अफगान प्रदर्शन की एक सार्वजनिक वार्षिक समीक्षा करेगा।