मसूद अजहर की धमकी से डरे पाकिस्तान के पीएम इमरान, जैश के हेडक्वार्टर पर नियंत्रण का फैसला लिया वापस!
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सरकार के लिए शुक्रवार को एक अजीबो-गरीबों स्थिति पैदा हो गई। सरकार ने पहले ऐलान किया कि पंजाब सरकार ने बहावलपुर में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्ट्स को अपने कब्जे में ले लिया है। लेकिन ऐलान को एक घंटे भी नहीं हुए थे कि इस जानकारी को प्रेस इनफॉर्मेशन डिपार्टमेंट या पीआईडी की वेबसाइट से डिलीट कर दिया गया। पहली बार था जब पाक की सरकार ने माना था बहावलपुर में जैश के सेंटर को हेडक्वार्ट्स करार दिया था। यह जगह लाहौर से करीब 430 किलोमीटर की दूरी पर है। 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश ने ही ली है। सीआरपीएफ कॉन्वॉय पर हुए इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।
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सरकार खुद कनफ्यूजन में
पाकिस्तान सरकार की मीडिया विंग पीआईडी की तरफ से दो ट्वीट की गईं थी। इस ट्वीट में मदरसातुल साबिर और जामा-ए-मस्जिद सुभानाल्लाह को जैश से नहीं जोड़ा गया था। इन दोनों ही ये ट्वीट्स को डिलीट नहीं किया गया है। पाकिस्तान के अखबार डॉन न्यूज की ओर से बताया गया कि आतंरिक मंत्रालय की ओर से नया बयान जारी किया गया है। इस बयान में कहा गया है कि बहावलपुर कॉम्प्लेक्स पूरी तरह से एक मदरसा और जामा मस्जिद है जहां पर बहुत से अनाथ और गरीब छात्रों को धार्मिक और दुनिया की शिक्षा दी जाती है। सरकार की ओर से इस बारे में कोई भी नई जानकारी नहीं दी गई है कि उसने कॉम्प्लेक्स को क्यों नियंत्रण में लिया था।
हाफिज के संगठनों को किया गया बयान
शुरुआती बयानों में कहा गया था कि 'सरकार ने प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में हुई नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की मीटिंग में लिए गए फैसले के बाद कॉम्प्लेक्स पर अपना नियंत्रण लिया था।' इसी मीटिंग में मोस्ट वांटेंड आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) पर फिर से बैन लगाने का फैसला भी किया था। पाकिस्तान ने साल 2008 में मुंबई आतंकी हमलों के बाद जेयूडी के आफिसेज को अपने नियंत्रण में ले लिया था। लेकिन कुछ ही समय बाद इस पर से सख्ती हटा ली गई थी।
अजहर ने दी थी इमरान को धमकी
यहां पर यह बात गौर करने वाली है कि जैश सरगना मसूद अजहर की ओर से गुरुवार को इमरान खान की सरकार को धमकी दी गई थी। अजहर ने अपनी धमकी में कहा था कि पुलवामा हमले के बाद भारत के दबाव में आकर उसके खिलाफ एक्शन लेने की बात न सोंचे। अजहर ने पाक सरकार और मीडिया पर भारत से डरने का आरोप भी लगाया था। यह बात उसने जैश के आतंकियों को संबोधित करते हुए कही थी। अजहर ने कहा था कि पाकिस्तान की तरफ से जिस तरह से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से पुलवामा हमले के बाद आती धमकियों का जवाब दिया जा रहा है, वह वाकई बहुत कमजोर है। ऐसा लगता है कि पाकिस्तान, भारत से डर गया है।
सेना और इमरान ने दी भारत को धमकी
पुलवामा हमले के बाद से ही पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का दबाव बढ़ता जा रहा है। भारत ने पुलवामा हमले का बदला लेने की बात कही है। साथ ही प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से हमले की जांच में दिए गए ऑफर को भी खारिज कर दिया है। वहीं पहले इमरान खान और फिर पाकिस्तान की सेना की ओर से भारत को जंग की धमकी दी गई है। सिक्योरिटी कमेटी की मीटिंग में इस बात पर ध्यान दिया गया था कि सरकार का पुलवामा हमले से कोई लेना-देना नहीं है। इसके साथ ही पाक सरकार ने कहा था कि उनकी सेना भारत के किसी भी जवाब अपनी तरह से देने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है।