पाकिस्तान चुनाव: इमरान खान ने कराची में लिया भारत का नाम और लगाया ये आरोप
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के चेयरमैन इमरान खान का कहना है कि जो लोग इस बात को कह रहे हैं कि उनकी पार्टी और उनकी पापुलैरिटी सिर्फ पाकिस्तान सेना की वजह से बढ़ रही है, तो वह पूरी तरह से गलत हैं।
कराची। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के चेयरमैन इमरान खान का कहना है कि जो लोग इस बात को कह रहे हैं कि उनकी पार्टी और उनकी पापुलैरिटी सिर्फ पाकिस्तान सेना की वजह से बढ़ रही है, तो वह पूरी तरह से गलत हैं। इमरान ने यह बात रविवार को कराची के बाग-ए-जिन्ना में हुई रैली में कही और यही पर मोहम्मद अली जिन्ना का मकबरा है। इमरान ने अपनी इस रैली में भारत का नाम भी लिया और साथ ही देश के आर्थिक हालातों की बातें भी कीं। आपको बता दें कि बुधवार 25 जुलाई को पाकिस्तान में आम चुनावों के लिए वोटिंग होगी। इमरान खान इस बार पाकिस्तान के पीएम बनने की रेस में सबसे आगे हैं। ये भी पढ़ें-इमरान खान बोले रेहम से शादी उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती
भारतीय मीडिया कर रही साजिश
इमरान ने रैली की शुरुआत में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया तो वहीं देश के खराब आर्थिक हालातों की भी बात की। इमरान इसके साथ ही यह कह डाला कि उनकी पार्टी के खिलाफ बहुत बड़ी साजिश हो रही है। इमरान ने भारतीय मीडिया को साजिश का जिम्मेदार बताया। इमरान ने रैली में कहा, 'भारतीय मीडिया और पार्टियां जो विशेषज्ञ नहीं हैं किसी भी मतलब से इस विषय पर बात करना शुरू कर देती हैं। वे कहते हैं कि सेना इन चुनावों में भूमिका अदा कर रही है।' इमरान ने कहा कि उनका मानना है कि पीटीआई को लोकप्रियता इसलिए मिल रही है क्योंकि उसे सेना का समर्थन हासिल है। इमरान ने रैली में आए लोगों से सवाल किया कि क्या वे सेना के कहने पर इतनी बड़ी संख्या में उन्हें सुनने आए हैं?
सेना के पक्ष में बोले इमरान
इमरान की मानें तो सभी ओपिनियन पोल्स में जो रिजल्ट आ रहे हैं उसमें उनकी पार्टी की सफलता के बारे में बताया गया है तो क्या इसके पीछे भी आर्मी है? इमरान खान ने कराची की जनता को याद दिलाया कि ऐसा नहीं है कि उन्होंने सेना की आलोचना नहीं की है। इमरान की मानें तो कई मौकों पर उन्होंने सेना के खिलाफ बयान दिया है। इमरान ने कहा कि जब उन्होंने कहा था कि सेना को वजीरिस्तान में सेना नहीं भेजनी चाहिए तो उन्हें 'तालिबान खान' की संज्ञा दी गई। इमरान ने दावा किया विदेशी संस्थान चाहते हैं कि इस क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को भारत नियंत्रित करे। इस वजह से ही वह ऐसी कोशिशें कर रहे हैं कि पाकिस्तान की सेना की छवि खराब करके यहां से उसे हटा दिया जाए।
सेना ने कराची को कराया आतंकवाद से आजाद
इमरान ने कराची के लोगों को याद दिलाया कि सेना ने ही कराची को आतंकवाद की पकड़ से आजाद कराया था और इसमें अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है। इमरान ने कहा कि अगर रेंजर्स डेप्लॉय नहीं होते और वे ऑपरेशंस को अंजाम नहीं देते तो फिर कराची के लोग वैसी जिंदगी नहीं जी पाते जैसी वे आज जी रहे हैं। इमरान ने आरोप लगाया कि सेना के खिलाफ देश में साजिश चल रही है। इमरान की मानें तो देश को सेना का ऋणी होना चाहिए नहीं तो आज देश टुंकड़ों में बंट चुका होता।