ग्रेटर नोएडा: कोविड जांच किए बिना ही झोलाछाप ने महिला को चढ़ा दी ग्लूकोज की 15 बोतलें, मौत
नोएडा, मई 16: ग्रेटर नोएडा के जेवर में एक झोलाछाप डॉक्टर ने महिला मरीज की कोविड की जांच किए बिना ही 15 ग्लूकोज की बोतलें चढ़ा दीं। महिला की तबीयत सुधरने की बजाए उसकी हालत और खराब होती गई। आखिरकार महिला ने दम तोड़ दिया। डीएम के निर्देश पर जेवर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धाराओं और कोविड महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) और एसएचओ को पत्र लिखा है। आरोपी झोलाछाप का कहना है कि मरीज के परिजन बुधवार को इलाज के लिए आए थे। उन्हें अस्पताल लेकर जाने के लिए कहा था, लेकिन परिजन यहीं पर इलाज कराने की जिद करने लगे। तबीयत में सुधार भी आया था, लेकिन गुरुवार की सुबह मौत हो गई।
बंगाली डॉक्टर के चक्कर में गई महिला की जान
जानकारी के मुताबिक, जेवर मोहल्ला दाऊजी निवासी 32 वर्षीय अलका नाम की महिला की तबीयत खराब थी। वह एक झोलाछाप बंगाली डॉक्टर के पास चली गई। उसने अलका की कोविड जांच कराए बिना ही उसका इलाज शुरू कर दिया और ग्लूकोज की 15 बोतलें चढ़ा दीं। ऐसे में मरीज की स्थिति लगातार खराब होती गई। परिजन सुबह ई-रिक्शा से महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए थे। यहां मरीज ने दम तोड़ दिया।
गौतमबुद्ध नगर के कई गांवों में हो रही लगातार मौतें
बता दें, पंचायत चुनाव के बाद से गांवों में कोरोना का कहर देखने को मिल रहा है। गौतमबुद्ध नगर जिले के दर्जनों गांवों में कोविड की जांच से पहले ही लोगों की मौतें हो रही हैं। दादरी, जेवर, दनकौर, बिलासपुर, जारचा व रबूपुरा में लोग बुखार से दम तोड़ रहे हैं। उनकी एंटीजन और कुछ मामलों में आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आती है। ग्रामीणों का कहना है कि समय से बीमारी का पता नहीं चलने और इलाज के अभाव में लोग दम तोड़ रहे हैं।