दिल्ली में मंकीपॉक्स के तीन नए मामले सामने आए, मरीजों की कुल संख्या हुई 12
दिल्ली में मंकीपॉक्स के तीन नए मामले सामने आए, मरीजों की कुल संख्या हुई 12
नई दिल्ली, 29 सितंबर: दिल्ली में मंकीपॉक्स के तीन नए मामले सामने आए हैं जिसने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। तीन नए मामले सामने आने के बाद दिल्ली शहर में मंकीपॉक्स के कुल मरीजों की संख्या 12 हो चुकी है।
मंकीपॉक्स एक Zoonotic बीमारी है
बता दें मंकीपॉक्स चेचक के जैसे ही एक दुर्लभ बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरल के कारण होती है। ये zoonoticबीमारी है इस बीमारी में बुखार, त्वचा के दाने, लिम्फैडेनोपैथी, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकावट, ठंड लगना या पसीना और गले में खराश और खांसी जैसे सामान्य लक्षण मरीज में नजर आते हैं।
एलएनजेपी अस्पताल में पांच मंकीपॉक्स मरीज एडमिट हैं
दिल्ली में तीन नए मरीजों के सामने आने के बाद हडकंप मच चुका है। सूत्रों के अनुसार इस समय दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में पांच मंकीपॉक्स मरीज एडमिट है। जिसमें एक 30 वर्षीय नाइजीरियाई महिला है जिसकी हाल ही में पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी।
कुल
मरीजों
की
संख्या
हुई
12
मई
महीने
से
यूरोप
के
कुछ
देशों
से
शुरू
हुआ
मंकीपॉक्स
भारत
समेत
अन्य
देशों
में
फैल
चुका
है।
भारत
में
सबसे
पहला
मामला
केरल
में
सामने
आया
था
उस
शख्स
की
विदेश
की
ट्रेवेल
हिस्ट्री
थी।
सूत्रों
के
अनुसार
दिल्ली
में
अब
तक
पाए
गए
12
कुल
मरीजों
में
से
दिल्ली
एलएनजेपी
अस्पताल
में
फिलहाल
पांच
मरीज
एडमिट
हैं
हैं।
दिल्ली
में
नाइजीरियाई
नागरिकों
ने
पहले
वायरस
की
पॉजिटिव
रिपोर्ट
आई
थी
वो
दिल्ली
का
आठवां
और
नवां
केस
था।
2022
से
लेकर
अब
तक
विश्व
स्तर
पर
कई
लोगों
की
मौत
हो
चुकी
है।
दिल्ली के मरीजों में पाए गए ये लक्षण
लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के द्वारा हाल में की गई स्टड के अनुसार मंकीपॉक्स के पहले पांच रोगियों में हल्का बुखार, मांसपेशियों में दर्द और घाव पाए गए। ये घांव मरीजों के जननांगों, कमर, निचले अंग, धड़ और ऊपरी अंग पर नजर आए।
दिल्ली में 24 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला मामला दर्ज हुआ था
गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली में 24 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला मामला दर्ज हुआ था। वायरल संक्रमण के मरीजों के इलाज के लिए एलएनजेपी अस्पताल को नोडल अस्पताल बनाया गया है। दिल्ली के मंकीपॉक्स मरीजों और इसके संदिग्ध मरीजों को इसी अस्पताल में रेफर किया जाता है। हालांकि वर्तमान समय में इस अस्पताल में मंकीपॉक्स को कोई संदिग्ध मरीज भर्ती नहीं है।