केजरीवाल टैरर: 'आप' की सरकार बनने से पहले मिटाए जा रहे है भ्रष्टाचार के सबूत, फाड़ीं गई फाइलें
आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से पहले ही सरकारी महकमों में दहशत दिखने लगी है। भ्रष्टाचार में लिप्त ऑफिसरों और कर्मचारियों को अब यह डर सताने लगा है कि आप की सरकार बनते ही उनके पोल खुल जाएंगे और वो जेल पहुंच जाएंगे। ऐसे में वो अपने घोटालों के सभी सूत मिटाने में जुट गए है।
न्यूज चैनल आजतक के स्टिंग ऑपरेशन में खुलासा किया गया है कि पूर्व शिक्षा मंत्री अरविंदर सिंह लवली के दफ्तर में उनके पूर्व ओएसडी ने कई फाइलों को फाड़ दिया। इतना ही नहीं दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी भी अपने भ्रष्टाटार को छुपाने के लिए फाइलों से पन्ने हटा रहे है। डल बोर्ड में ऑफिसरों के खाने-पीने पर करोड़ों रुपये खर्च होने का खुलासा भी किया गया है।
इस स्टिंग ऑपरेशन में दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व शिक्षा मंत्री अरविंदर सिंह लवली के दफ्तर में एक ऑफिसर को कागजात फाड़ते हुए दिखाया गया है। रिपोर्टर से सवाल-जवाब में अधिकारी ने इस बात से इंकार किया कि वो फाइलों से पन्ने सबूत मिटाने के लिए फाड़ रहा है।स्टिंग ऑपरेशन में जहां दिल्ली जल बोर्ड के एक अधिकारी ने साफ किया कि बोर्ड के मीटिंग में खाने-पीने पर करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। वहीं एक अधिकारी ने सीएम शीला दीक्षित की पानी माफियाओं से मिलीभगत की बात कही। उन्होंने कहा कि पेयजल आपूर्ति का ठेका देने में करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ है। वहीं आप नेता और अरविंद केजरीवाल के कैबिनट मंत्री मनीष सिसोदिया ने इस घटना की जांच की बात करते हुए दावा किया कि फाड़ी गई फाइलों की कॉपी उनके पास मौजूद है।