'दो आदमी भी दे सकते हैं सुरक्षा, यहां तो हौवा बनाया जाता है'- मनोहर पर्रिकर
मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को कहा कि भारत में वीआईपी संस्कृति में कमी लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को छोड़कर अन्य की वीआईपी सुरक्षा को ज्यादा विस्तार नहीं दिया जाना चाहिए।
नई दिल्ली। हिंदुस्तान से वीआईपी कल्चर और लालबत्ती राज खत्म करने लिए केंद्र सरकार कड़े फैसले ले रही है। इसी बीच गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को कहा कि भारत में वीआईपी संस्कृति में कमी लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को छोड़कर अन्य की वीआईपी सुरक्षा को ज्यादा विस्तार नहीं दिया जाना चाहिए।
दो, तीन आदमी भी दे सकते हैं सुरक्षा
राज्य सचिवालय में एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि वीआईपी संस्कृति को कम करना है. वीआईपी संस्कृति गलत चीज है जो इस देश में चल रही है. सुरक्षा एक तरह की मानसिकता है. देश के केंद्र बिंदु राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के अलावा हमें अनावश्यक सुरक्षा पर समय बर्बाद करने की जरूरत नहीं है। गोवा के सीएम ने कहा कि दो, तीन आदमी भी सुरक्षा दे सकते है। अनावश्यक सुरक्षा की कोई जरूरत नहीं है।
पर्रिकर ने बंद किया लालबत्ती का इस्तेमाल
लालबत्ती के इस्तेमाल पर रोक लगने के बाद से सीएम मनोहर पर्रिकर ने भी लाल बत्ती की इस्तेमाल बंद कर दिया और सीएमओ के अधिकारियों को भी फैसले लेने के निर्देश दिए है।केंद्रीय कैबिनेट के फैसले के बाद से गोवा के पर्यटन मंत्री मनोहर अजगांवकर और जल संसाधन मंत्री विनोद पलायकर ने भी अपने कारों से लालबत्ती हटा दिए है।
कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हटाई लालबत्ती
आपको बता दें कि सरकार के लाल बत्ती हटाने के फैसले का असर अब राज्यों में भी दिखने लगा है. इस क्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी सरकारी गाड़ी से लालबत्ती हटा लिया है. उनकी सफेद रंग की सरकारी गाड़ी बिना लालबत्ती के देखी गई. साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यरमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपनी सरकारी गाड़ी से लालबत्ती हटा लिया है. शिवराज ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं लालबत्ती छोड़ता हूं, सारे मंत्री लालबत्ती छोड़ेंगे. छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमण सिंह ने लालबत्ती छोड़ दिया है. अब उनकी सरकारी गाड़ी बिना लालबत्ती के है।