बिजली तारों से झुलस सकते थे लोकल ट्रेन में बैठे सैंकड़ों यात्री!
मुंबई। लोकल ट्रेन, धड़ाधड़ दौड़ती हुई ट्रैक पर। यात्री। कोई सीट पर बैठा, कोई दरवाजे पर ही लटका, तो कई एक दूसरे से चिपके खड़े हैं। गाड़ी छुक-छुक करती हुई विकरोली-घाटकोपर पहुंचने ही वाली है। सभी यात्री इस आस में बैठे हैं कि जल्द ही मंजिल आए वह उतरें। तभी विकरोली-घाटकोपर पहुंचते ही ट्रैक पर लटके बिजली के तार टूटते हैं, बड़ा धमाका सा होता है। सोचो क्या मंजर रहा होगा। जैसे किसी ने मौत को बिलकुल करीब से देखा हो। पूरी ट्रेन लोहे से बनी होती है, एक बार ट्रेन में करंट दौड़ जाता तो जो जहां खड़ा या बैठा था वहीं उसकी सांसे थम जातीं।
दरअसल, एक पीटीआई की एक तस्वीर में साफ झलक रहा है कि किस तरह तारों में आग लगी। यह भयावह समय ही रहा होगा। इसे बड़ी लापरवाही ही कहा जा सकता है। गौरतलब है कि पिछले दिनों कई ट्रेन हादसे हुए हैं। अगर इस तरह से लापरवाही चली तो हो सकता है कि आगे भी ऐसे ही कुछ और हादसों को दावत मिल जाए।