मुंबई: विशेषज्ञों की चेतावनी- अगर दो हफ्तों तक और केस बढ़ते रहे तो शुरू हो सकती है कोरोना की तीसरी लहर
मुंबई में इस हफ्ते जिस तरह कोरोना के केस बढ़े हैं, उसने इस प्रश्न को जन्म दे दिया है कि क्या कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है?
मुंबई, 26 दिसंबर। मुंबई में इस हफ्ते जिस तरह कोरोना के केस बढ़े हैं, उसने इस प्रश्न को जन्म दे दिया है कि क्या कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है? ताजा हालातों पर करीब से नजर रख रहे महामारीविदों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि कोरोना के केस अगले दो हफ्तों तक ऐसे ही बढ़ते रहे तो कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो सकती है।
हो
सकता
है
कि
क्रिसमस
और
नए
साल
के
जश्न
से
बढ़
रहे
हों
केस
विशेषज्ञों
का
कहना
है
कि
हो
सकता
है
कि
नई
साल
और
क्रिसमस
के
जश्न
में
लोगों
के
इकट्ठा
होने
के
चलते
ये
केस
बढ़
रहे
हों,
लेकिन
यदि
अगले
दो
हफ्ते
तक
ये
केस
ऐसे
ही
बढ़ते
रहते
हैं
तो
कोरोना
की
तीसरी
लहर
की
शुरुआत
हो
सकती
है।
महामारीविद
और
स्वास्थ्य
विशेषज्ञ
डॉ.
चंद्रकांत
लहरिया
ने
कहा
कि
यदि
अगले
दो
हफ्तों
तक
कोरोना
के
केसों
में
ऐसी
ही
वृद्धि
देखने
को
मिलती
है
तो
यह
साफ
हो
जाएगा
कि
शहर
में
कोरोना
ती
तीसरी
लहर
शुरू
हो
चुकी
है।
उन्होंने
कहा
कि
यदि
आप
ग्राफ
देखेंगे
तो
पाएंगे
कि
कोरोना
के
केस
लगातार
बढ़े
हैं
जो
कि
साफ
तौर
पर
तीसरी
लहर
का
संकेत
है।
इस
समय
शहर
के
प्रशासन
को
स्थिति
पर
पैनी
नजर
रखने
की
जरूरत
है।
उन्होंने
कहा
कि
हर
बदलाव
में
एक
अलग
प्रवृत्ति
का
अनुभव
होने
की
संभावना
है।
यह भी पढ़ें: कोरोना वैक्सीन की प्रीकॉशन डोज लेने के लिए बुजुर्गों को देना होगा कोमोरबिडिटी सर्टिफिकेट
दिल्ली,
मुंबई
की
तरह
पूरे
देस
में
नहीं
बढ़े
केस
एक
तरफ
जहां
दिल्ली
और
मुंबई
में
पिछले
कुछ
दिनों
में
कोरोना
के
केसों
में
लगातार
वृद्धि
देखने
को
मिली
है,
वहीं
पूरे
देश
में
ऐसा
नहीं
है।
मुंबई
में
कोरोना
के
दैनिक
मामलों
में
लगातार
हो
रही
वृद्धि
चिंता
का
विषय
बनी
हुई
है।
दिसंबर
के
पहले
हफ्ते
में
दैनिक
औसत
केस
185
रहे,
जो
दूसरे
हफ्ते
में
बढ़कर
212
हो
गए,
तीसरे
में
270
जबकि
इससे
अगले
हफ्ते
में
मुंबई
में
कोरोना
के
केसों
में
148%
का
उछाल
देखने
को
मिला।
तीरसी लहर कहना जल्दबाजी होगी, हमें अभी और इंतजार करना होगा
महामारी विज्ञानी डॉ जयप्रकाश मुलियाल ने कहा कि अत्यधिक संक्रामक ओमाइक्रोन वेरिएंट की उपस्थिति में इस वेरिएंट की उम्मीद थी। उन्होंने कहा किअगर हम इन नंबरों का एक ग्राफ में अनुवाद करना शुरू करते हैं, तो यह एक नई लहर की शुरुआत की तरह दिखेगा। लेकिन हमें इंतजार करना चाहिए और रुझान देखना चाहिए।
तीसरी लहर आई तो क्या परिणाम होंगे
डॉ. मुलियाल ने कहा कि मायने ये रखता है कि यदि तीसरी लहर आती है तो इसके क्या परिणाम होंगे? उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में अब ओमिक्रॉन के केस सामने आ रहे हैं, लेकिन इसके लक्षण बहुत हल्के हैं और यह कम खतरनाक लग रहा है। इसके अलावा भारत में जो लोग कोरोना के संपर्क में आ चुके हैं और जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है, उनकी प्रतिरोधक क्षमता काफी बेहतर हो चुकी है, इससे हम यह मान सकते हैं कि तीसरी लहर ज्यादा खतरनाक नहीं होगी।