राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने योगी सरकार से जताई नाराजगी, पूछा- रेप पीड़िता को मुआवजा दिया या नहीं?
लखनऊ। मुरादाबाद में नवंबर 2018 में हुए गैंगरेप मामले में मुआवजे की राशि देने पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने योगी सरकार से रिपोर्ट तलब किया है। मानवाधिकार आयोग ने योगी सरकार से पूछा कि मुआवजे की राशि पीड़िता को दी गई है या नहीं? इसके साथ ही आयोग ने कहा कि अगर सरकार ने राशि दे दी है तो उसका सबूत भेजे।

18 नवंबर 2018 को मुरादाबाद के सिविल लाइंस इलाके में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को अंजाम दिया गया था। दरिंदों ने पीड़ित महिला के हाथ-पैर बांध दिए थे और उसको यातना भी दी थी। गैंगरेप के बाद उसको उसी हालत में छोड़कर दरिंदे फरार हो गए थे। पीड़ित महिला की गुहार सुनकर एक व्यक्ति ने उसको बचाया था। मामला सामने आने के बाद मानवाधिकार आयोग ने पीड़िता को दो लाख मुआवजा राशि देने की सिफारिश की थी।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पीड़िता को मुआवजा राशि नहीं दिए जाने पर योगी सरकार से नाराजगी जताई है। आयोग ने कहा कि इस बारे में आदेश के बावजूद सरकार ने मुआवजा नहीं दिया है। इसके साथ ही आयोग ने कहा कि अगर योगी सरकार ने पीड़िता को मुआवजा दे दिया है तो इस बारे में सबूत दे।
अलीगढ़ में नाबालिग दलित किशोरी की हुई हत्या
प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध लगातार सामने आ रहे हैं। अलीगढ़ में एक नाबालिग दलित किशोरी की हत्या कर उसे गेहूं के खेत में फेंक दिया गया। किशोरी खून से लथपथ थी। शव मिलते ही आक्रोशित लोगों ने मौके पर पहुंची पुलिस पर पथराव कर दिया। इस बवाल में एक सिपाही के घायल होने की सूचना है। पुलिस ने किशोरी की लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों ने गैंगरेप के बाद हत्या किए जाने की आशंका जताई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।