बेटे की मौत के बाद डिप्रेशन था दरोगा, पत्नी की हत्याकर खुद भी दे दी जान
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक रिटायर्ड दरोगा ने पहले पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी, फिर खुद भी फांसी के फंदे पर झूल गया। पति-पत्नी की मौत के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। वहीं, पुलिस की जांच-पड़ताल के अनुसार 12 साल पहले दुर्घटना में हुई बेटे की मौत के बाद से ही दरोगा व्यथित चल रहा था और इसी सदमे में उसने यह कदम उठाया। पुलिस की मानें तो मौके से सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें उसने लिखा है कि अपनी और पत्नी की मौत का वह खुद जिम्मेदार है।
जानकारी के मुताबिक, रिटायर्ड दरोगा करनवीर सिंह (62) मूल रूप से बिजनौर के स्योहारा थाना क्षेत्र के गांव रहटौली करने रहने वाले थे। फिलहाल मुरादाबाद शहर की अलखनंदा कॉलोनी में वह अपनी पत्नी जोगेश्वरी देवी (60) परिवार समेत रहते थे। परिवार में बेटा नीरज और पुत्रवधू रूबी हैं। पांच साल पहले करनवीर ने नौकरी से वीआरएस ले लिया था। नीरज के मुताबिक, रात को वह अपनी पत्नी के साथ अंदर वाले कमरे में सो रहा था जबकि पिता और मां बाहर वाले कमरे में सोए हुए थे। रात लगभग पौने दो बजे गोली चलने की आवाज सुनकर उसकी नींद खुली।
नीरज की मानें तो वह तत्काल बाहर वाले कमरे में भागकर पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। गैलरी का गेट भी बाहर से बंद था। आवाज लगाने पर माता, पिता का जवाब नहीं मिला। इसके बाद पड़ोसियों की मदद से दरवाजा खोलकर देखा तो होश उड़ गए। जीने की रेलिंग पर बने फंदे पर करनवीर का शव लटका था। बाहर वाले कमरे में जोगेश्वरी देवी का खून से लथपथ शव पड़ा था। जीने के नीचे पिता की लाइसेंसी बंदूक और कमरे में 12 बोर का दगा कारतूस पड़ा था। बंदूक की बैरल में एक जीवित कारतूस भी था। माता, पिता के शव देख नीरज और रूबी की चीख निकल गई।
एसपी सिटी अंकित मित्तल, फॉरेंसिक टीम और मझोला पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने मौका-ए-वारदात का निरीक्षण करने के बाद दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला कि जोगेश्वरी की मौत गोली मारे जाने से जबकि करनवीर की मौत फंदे पर लटकने से हुई है। दंपती के शव को परिवार के सुपुर्द कर दिया गया है। वहीं, बेटे और बहू का रो-रोकर बुरा हाल है।