किसी भी तरह के ऑपरेशन के लिए अब मरीजों को भरनी होगी कोरोना टेस्ट वाली फीस, मेरठ में 1500 रुपए लिए
मेरठ। सरकारी अस्पताल में किसी भी प्रकार के ऑपरेशन के लिए अब मरीजों को कोरोना टेस्ट कराने के लिए फीस भरनी पड़ेगी। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में इस फैसले के बाद से मरीजों व तीमारदारों में नाराजगी व्याप्त है। बताया जा रहा है कि, अब ऑपरेशन से पहले कोरोना जांच कराने के लिए 15 सौ रुपए की फीस देनी पड़ेगी।
संवाददाता ने बताया कि, बहरहाल मेडिकल की लैब में ली जाने वाली यह फीस प्राइवेट लैब की फीस से काफी कम है। मगर, अचानक जेब पर पड़े इस भार को लेकर मरीजों व तीमारदारों में रोष है। दरअसल रविवार को जागृति विहार निवासी कपिल अपनी गर्भवती पत्नी का प्रसव कराने के लिए लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज गया था। कपिल के मुताबिक उसकी पत्नी का सिजेरियन ऑपरेशन करने से पहले मेडिकल के डॉक्टरों ने कपिल की पत्नी और उसके साथ तीमारदारी के लिए कपिल की मां का कोरोना टेस्ट कराने को कहा। जिसके बाद जब कपिल मेडिकल की लैब में दोनों महिलाओं का टेस्ट कराने पहुंचा तो जांच के नाम पर उससे प्रति व्यक्ति 15 सौ रुपए की रकम ली गई।
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इमरजेंसी
व
कोरोना
मरीजों
के
टेस्ट
फ्री
होंगे
इस
मामले
में
जानकारी
करने
पर
मेडिकल
के
प्राचार्य
डॉ
एसके
गर्ग
ने
स्थिति
स्पष्ट
की।
मेडिकल
के
प्राचार्य
ने
बताया
कि
चिकित्सा
विभाग
द्वारा
जारी
आदेश
के
मुताबिक,
अब
मेडिकल
में
ऑपरेशन
से
पहले
कराई
जाने
वाली
कोरोना
जांच
के
लिए
यह
फीस
निर्धारित
की
गई
है।
मरीज
और
उसके
एक
तीमारदार
का
टेस्ट
कराना
अनिवार्य
है
और
दोनों
से
यह
रकम
ली
जाएगी।
हालांकि,
इमरजेंसी
और
कोरोना
के
लक्षण
वाले
मरीजों
के
टेस्ट
अब
भी
फ्री
किए
जाएंगे।