Ratlam : 20 लाख के लिए RSS कार्यकर्ता ने रची अपनी मौत की साजिश, खुद की जगह दूसरे का किया मर्डर
Ratlam, News, रतलाम। मरने वाला की हत्यारा निकले...। बात भले ही फिल्मी लग रही हो, मगर सच है। यह चौंकाने वाला खुलासा मध्यप्रदेश के रतलाम के गांव कमेड़ में छह दिन पहले शव मिलने के मामले में हुआ है। दरअसल, अब तक यही माना जा रहा था कि कमेड़ में मिला शव आरएसएस कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार का था।
इसी वजह से राजनीतिक सियासत भी गरमाई, मगर अब पता चला है कि शव हिम्मत पाटीदार का नहीं बल्कि गांव के मदन मालवीय का था, जो हिम्मत पाटीदार के खेत पर काम करता था। रतलाम एसपी गौरव तिवाड़ी ने बताया कि छह दिन पहले लक्ष्मी पाटीदार ने सूचना दी कि किसी ने उसके बेटे हिम्मत पाटीदार की हत्या कर शव खेत में पटक दिया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को मुर्दाघर में रखवाया। शव के पास पहचान पत्र, डायरी आदि मिली थी। हत्या के बाद चेहरा जला दिया गया था।
उधर,
घटना
के
बाद
से
हिम्मत
पाटीदार
व
मदन
मालवीय
लापता
थे।
ऐसे
में
शव
को
हिम्मत
पाटीदार
का
ही
माना
जा
रहा
था,
मगर
पुलिस
को
संदेश
होने
पर
शव
का
डीएनए
टेस्ट
करवाया
गया
तो
सच
सामने
आ
गया।
शव
हिम्मत
पाटीदार
का
ना
होकर
मदन
मालवीय
का
निकला।
दिसम्बर में करवाई थी बीमा
पुलिस पड़ताल में पता चला कि हिम्मत पाटीदार ने पिछले माह ही अपनी 20 लाख रुपए की दुर्घटना बीमा करवाई थी, जिसके रुपए लेने के चक्कर में उसने खुद की ही हत्या की योजना बना डाली और अपने कद काठी जैसे मदन मालवीय की हत्या कर शव खेत में पटक कर खुद गायब हो गया। डायरी से यह भी खुलासा हुआ कि उसके दस लाख रुपए की उधारी भी है।
दस हजार रुपए का ईनाम घोषित
एसपी तिवाड़ी ने बताया कि हिम्मत पाटीदार ने धारदार हथियार से मदन का गला काटने का प्रयास किया, जो कटा नहीं। हालांकि इससे मदन की मौत हो गई थी। हत्या के आरोपी हिम्मत की सूचना देने वाले दस हजार रुपए का ईनाम दिए जाने की घोषणा की गई है।